tag:blogger.com,1999:blog-6355469028696253636.post2872586832113344207..comments2023-10-08T20:43:09.098+05:30Comments on समुद्र पार के पाखी: बच्चा जो हँसता है सड़क पर रीनू तलवाड़http://www.blogger.com/profile/13029218222561208404noreply@blogger.comBlogger2125tag:blogger.com,1999:blog-6355469028696253636.post-17610472793567145952012-08-21T04:14:52.391+05:302012-08-21T04:14:52.391+05:30इश्वर की कृपा उसकी प्रकृति के कण कण में है.बच्चा,ग...इश्वर की कृपा उसकी प्रकृति के कण कण में है.बच्चा,गीत और अनगढ़ चित्र जैसी छवियाँ प्रेम की प्रतीक हैं. sarita sharmahttps://www.blogger.com/profile/03668592277450161035noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6355469028696253636.post-72365205098247374942012-08-20T20:08:50.571+05:302012-08-20T20:08:50.571+05:30बहुत सुन्दर कविता के भाव... फेर्नान्दो पेस्सोआ की ...बहुत सुन्दर कविता के भाव... फेर्नान्दो पेस्सोआ की पहले भी कई रचनाएं पढ़ी .. और अंक यह बहुमुखी रूप ७२ नाम और अलग अलग लेखन शैली के साथ ... उनकी कमाल की प्रतिभा का उल्लेख करते है.. धन्यवाद इस रचना को हमसे साझा कने के लिए... डॉ. नूतन डिमरी गैरोला- नीतिhttps://www.blogger.com/profile/08478064367045773177noreply@blogger.com