tag:blogger.com,1999:blog-6355469028696253636.post2886444528922023471..comments2023-10-08T20:43:09.098+05:30Comments on समुद्र पार के पाखी: पेड़रीनू तलवाड़http://www.blogger.com/profile/13029218222561208404noreply@blogger.comBlogger2125tag:blogger.com,1999:blog-6355469028696253636.post-69152376776065138972012-04-26T07:14:32.667+05:302012-04-26T07:14:32.667+05:30रीनू , सुंदर अनुवाद , बेजोड़ चयन . आपका ब्लॉग हिंद...रीनू , सुंदर अनुवाद , बेजोड़ चयन . आपका ब्लॉग हिंदी में अनुवाद की महत्त्वपूर्ण कड़ी है . शुभकामनाएँ !अपर्णा मनोजhttps://www.blogger.com/profile/03965010372891024462noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6355469028696253636.post-58672486244771578212012-04-25T21:41:48.371+05:302012-04-25T21:41:48.371+05:30यही है जीवन कि अबाध गति ,इसी में छिपा है उसकी अनश...यही है जीवन कि अबाध गति ,इसी में छिपा है उसकी अनश्वरता का रहस्य ! पुराने को नए के लिए लिए जगह छोड़नी ही होगी ! लेकिन व्यक्तिगत स्तर पर इस अमरता का बोध नहीं किया जा सकता, इसके लिए एक मनुष्य को स्वयं को मनुष्य परंपरा समझना होगा ,जीवन का अनंत साम-गाँ समझना होगा !<br /><br />सुंदर कविता और उसका अनुवाद ! बधाई !अरुण अवधhttps://www.blogger.com/profile/15693359284485982502noreply@blogger.com