शुक्रवार, जुलाई 22, 2011

क्योंकि

द स्क्रीम, एडवर्ड मंच
The Scream, Edvard Munch

क्योंकि जंगले के सामने ही बसों को रोक दिया गया था 
क्योंकि दुकान की रोशन खिडकियों में खड़ी गुड़ियों ने इशारे किये थे 
क्योंकि साइकिल वाली लड़की बहुत देर तक रुकी रही थी 
दवा की दुकान के सामने 
क्योंकि बढई ने शराबखाने का शीशे का दरवाज़ा तोड़ दिया था 
क्योंकि बच्चा अपनी चुराई हुई पेंसिल के साथ अकेला था लिफ्ट में 
क्योंकि कुत्तों ने समुद्र-किनारे के बंगलों को छोड़ दिया था 
क्योंकि नाली की जंग-लगी जाली पर बिच्छू-बूटी उग आई थी 
क्योंकि आकाश एक लाल मछली के कारण पीला पड़ गया था
क्योंकि पहाड़ पर घोडा सितारे से भी अधिक अकेला था 
क्योंकि ये और वे सब शिकार थे 
क्योंकि ऐसा था इसीलिए, सिर्फ इसीलिए, मैंने तुम से झूठ बोला था 


--- ज्यानिस रीत्ज़ोज़ 


 ज्यानिस रीत्ज़ोज़ ( Yannis Ritsos ) एक युनानी कवि और वामपंथी ऐक्टिविस्ट थे. टी बी और दुखद पारिवारिक समस्याओं से त्रस्त, अपने वामपंथी विचारों के लिए उत्पीड़ित, उन्होंने ने कई वर्ष सैनटोरीअमों, जेलों व निर्वासन में बिताये मगर पूरा समय वे लिखते रहे और अनेक कविताएँ, गीत, नाटक लिख डाले, कई अनुवाद भी कर डाले. अपने दुखों के बावजूद, समय के साथ उनके अन्दर ऐसा बदलाव आया कि वे अत्यंत मानवीय हो गए और उनके लेखन में उम्मीद, करुणा और जीवन के प्रति प्रेम झलकने लगा. उनकी 117किताबे प्रकाशित हुई जिनमे नाटक व निबंध-संकलन भी थे.


इस कविता का मूल ग्रीक से अंग्रेजी में अनुवाद एडमंड कीली ने किया है.
इस कविता का हिंदी में अनुवाद -- रीनू तलवाड़

2 टिप्‍पणियां:

  1. बेहतरीन, और अनुवाद उतना ही सुंदर..पता नहीं ग्रीक में कैसा लिखा गया होगा..लेकिन हिंदी में भी मैं ज्यानिस रीत्ज़ोज़ के करीब पहुंच सका..

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  2. बहुत शुक्रिया आपका. इस से हिम्मत और बढती है.

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