शनिवार, जनवरी 14, 2012

नया साल

द स्टारी नाईट, विन्सेंट वान गोग
The Starry Night, Vincent Van Gogh

मैं छोड़ देती हूँ पुराना साल अपने पीछे 
गिर जाने देती हूँ एक शाल की तरह.
आग्रह से फ़ेंक देते है स्वयं को रात में
आतिशबाज़ी, चाह के फूल, प्यार का उत्साह.
यहाँ खड़े-खड़े, 
अपने आस-पास के खालीपन में से 
मैं आकार देती हूँ अपने करीब 
तुम्हारी अनुपस्थित देह को. 
तुम मुझे छूते हो खुलती हवा की तरह.

सबसे दूर, सबसे पास, 
तुम्हारी बाहें अँधेरा हैं मुझे थामती हुई,
और मैं उनपर टेक लगाती हूँ, 
पढ़ती हूँ आकाश के होंठों पर रोशनी की बातें, 
तारों के शब्दांश. देखती हूँ, आखिर,
कि वे हमें प्रार्थना कर रहे हैं. 
इस आधी रात की साँसें तुम्हारी साँसे है
जीवित, मेरी खाल को छूती 
हमारे बीच के मीलों के पार, 
बीच के खेतों और सड़कों और शहरों, 
और सैंकड़ों जगमगाते छोटे-छोटे घरों के पार.

यह जो हमारा प्यार है, जो है पलट कर दुःख, 
पूर्ण लय, गलत जगह, गलत समय, 
हाथों के लिए प्यारा-सा काम, 
मन का व्यवसाय, यह प्यार दमक उठता है 
नए साल को राह दिखने के लिए, 
जिस के दिन और रात अभी दूर हैं, बहुत दूर 
आकाशी समुद्र के गहरे क्षितिज पर. 
तुम्हारे होंठ बर्फ हैं मेरे होंठों पर, शांत, अन्तरंग, 
पहले चुम्बन-से, एक वचन. समय गिरता है, 
गिरता जाता है अनंत अंतरिक्ष में से,
जहाँ जब हम हैं, वहां तक.


-- कैरल एन डफ्फी



कैरल एन डफ्फी ( Carol Ann Duffy )स्कॉट्लैंड की कवयित्री व नाटककार हैं. वे मैनचेस्टर मेट्रोपोलिटन युनिवेर्सिटी में समकालीन कविता की प्रोफ़ेसर हैं. 2009 में वे ब्रिटेन की पोएट लॉरीअट नियुक्त की गईं. वे पहली महिला व पहली स्कॉटिश पोएट लॉरीअट हैं. उनके स्वयं के कई कविता संकलन छ्प चुके हैं. उन्होंने कई कविता संकलनों को सम्पादित भी किया है. अपने लेखन के लिए उन्हें अनेक सम्मान व अवार्ड मिल चुके हैं. सरल भाषा में लिखी उनकी कविताएँ अत्यंत लोकप्रिय हैं व स्कूलों के पाठ्यक्रम का हिस्सा भी हैं. यह कविता उनके 2005 में छपे संकलन ' रैप्चर ' से है, जिसे टी एस एलीअट प्राइज़ मिला था.
इस कविता का मूल अंग्रेजी से हिंदी में अनुवाद -- रीनू तलवाड़