बुधवार, मार्च 28, 2012

दुःख और दया का देश

सेपरेशन,  एडवर्ड मंच
Separation, Edvard Munch
तुम्हारे-मेरे बीच
कितनी बुरी तरह से
कितना दुखता है कुछ
कितनी बुरी तरह से दुखता है कुछ तुम्हारे मेरे बीच

सच के लिए कितनी ठेस
कितना विनाश
कितना कम बचा है उत्तरजीवन के लिए.

यहाँ से कहाँ जाएँ हम

गुस्से में
लापरवाही से फेंकी हुई तुम्हारी आवाज़
लिपटी है हमारे अतीत के ठन्डे ठोस विस्तार से.

कितना समय लगता है
एक आवाज़ को
दूसरी आवाज़ तक पहुँचने के लिए

इस देश में जो हमने पकड़ा है रक्त-स्रावी हमारे बीच


-- एनकी क्रोक



 एनकी क्रोक ( Antjie Krog ) दक्षिणी अफ्रीका की कवयित्री व लेखिका हैं. जिन वर्षों में रंग-भेद अपनी चरम पर था, उन्होंने अपनी स्कूल पत्रिका के लिए रंग-भेद विरोधी कविता लिखी, जिसने उनके आफ्रिकान समुदाय में खलबली मचा दी व देश के मीडिया को उन पर केन्द्रित कर दिया. अपनी शिक्षा समाप्त  करने के बाद उन्होंने ब्लैक साउथ-अफ्रीकी लोगों के टीचर्ज़ कॉलेज में शिक्षक होना पसंद किया. बाद में वे एक आफ्रिकांस पत्रिका की सम्पादक भी रहीं व रेडियो प्रोग्रामों में भी शामिल होती रहीं. उनका पहला कविता संकलन 17 वर्ष की आयु में प्रकाशित हुआ था. वे आफ्रिकांस में लिखती हैं. उनके 9 कविता संकलन और प्रकाशित हुए, जिनमे से एक अंग्रेजी में है. उन्होंने उपन्यास व नाटक भी लिखे हैं. वे अपने उपन्यास 'कंट्री ऑफ़ माय स्कल ' के लिए सब से अधिक जानी जाती हैं. यह कविता उनके संकलन 'डाउन टू माय लास्ट स्किन' से है.


इस कविता का आफ़्रिकान्स से अंग्रेजी में अनुवाद स्वयं एनकी क्रोक ने किया है.
इस कविता का हिंदी में अनुवाद -- रीनू तलवाड़