शुक्रवार, जनवरी 06, 2012

पहाड़ी की चोटी से

सेलिंग बोट्स, मिकलोयस चिर्लोनिअस
Sailing Boats, Mikalojus Ciurlionis

मैं पहाड़ी पर खड़े हो कर 
देखता हूँ खाड़ी के पार.
सारी नौकाएं तैरती हैं 
गर्मियों की सतह पर.
" हम नींद में चलते हैं. 
हैं दिशाहीन तैरते हुए चाँद."
ऐसा कहते हैं सफ़ेद पाल.

"हम सोते घर में से 
चुपके-से निकल जाते हैं.
हम हौले-से दरवाज़े खोलते हैं.
हम झुक जाते हैं अबद्धता की ओर."
ऐसा कहते हैं सफ़ेद पाल.

कभी देखा था मैंने 
दुनिया की इच्छाशक्तियों को जलयात्रा करते हुए.
सब एक ही प्रवाह में थी -- एक ही बेड़े में.
" हम छितर चुके हैं अब. कोई मार्गरक्षी नहीं."
ऐसा कहते हैं सफ़ेद पाल.


-- तोमास त्रांसत्रोमर 



                               
तोमास त्रांसत्रोमर ( Tomas Tranströmer )स्वीडन के लेखक, कवि व अनुवादक हैं जिनकी कविताएँ न केवल स्वीडन में, बल्कि दुनिया भर में सराही गयीं हैं. उन्हें 2011 का नोबेल पुरुस्कार प्राप्त हुआ है. उन्होंने 13 वर्ष की आयु से ही लिखना शुरू कर दिया था. उनके 12 से अधिक  कविता संकलन प्रकाशित हो चुके हैं व उनकी कविताएँ लगभग 50 भाषाओँ में अनूदित की गईं हैं. उन्हें अपने लेखन के लिए अनेक सम्मान प्राप्त हुए है जिनमे इंटरनैशनल पोएट्री फोरम का स्वीडिश अवार्ड भी शामिल है. वे नोबेल प्राइज़ के लिए कई वर्षों से नामित किये जा रहे थे. लेखन के इलावा वे जाने-माने मनोवैज्ञानिक भी थे, जो कार्य उन्हें स्ट्रोक होने के बाद छोड़ना पड़ा. उनका एक हाथ अभी भी नहीं चलता है, मगर दूसरे हाथ से वे अब भी लिखते हैं. यह कविता उनके अंग्रेजी में अनूदित संकलन ' द हाफ -फिनिश्ड हेवन ' से है.

इस कविता का मूल स्वीडिश से अंग्रेजी में अनुवाद रोबेर्ट फुल्टन ने किया है.

इस कविता का हिंदी में अनुवाद -- रीनू तलवाड़