![]() |
हेरमान एट दी एंट्रेंस टू द काउंटेस, आलिक्जौन्द्र बनोआ Hermann at the Entrance to the Countess, Alexandre Benois |
कल फिर
कमरे की अँधेरी गहराई से
गुज़रे बादल.
मगर इस पल, आईना खाली है.
बर्फ
खोलती है आकाश से अपने बंधन.
-- ईव बोन्नफ़ोआ
इस कविता का फ्रेंच से हिंदी में अनुवाद -- रीनू तलवाड़