गुरुवार, नवंबर 14, 2013

ललित कला अकादमी

फ्लावर, नाम जून पाइक
Flower, Nam June Paik
पुआल की टोकरी में से  
चुनता है पिता 
एक छोटा-सा कागज़ का गोला
और अपने कुतूहल-भरे बच्चों के सामने
फ़ेंक देता है उसे
एक कटोरे में
और प्रकट होता है
रंग-बिरंगा
बड़ा-सा जापानी फूल
क्षण में खिला कमल   
बच्चे खामोश हैं
मंत्रमुग्ध
और उस पल के बाद भी
उनकी यादों में
कभी मुरझा नहीं पायेगा यह फूल 
यह एक क्षण में
उनके सामने
उन्हीं के लिए  
अचानक ही खिला फूल 



-- याक प्रेवेर 




 याक प्रेवेर  ( Jacques Prévert )फ़्रांसिसी कवि व पटकथा लेखक थे. अत्यंत सरल भाषा में लिखी उनकी कविताओं ने उन्हें फ्रांस का, विक्टर ह्यूगो के बाद का, सबसे लोकप्रिय कवि बना दिया. उनकी कविताएँ अक्सर पेरिस के जीवन या द्वितीय विश्व युद्ध के बाद के जीवन के बारे में हैं. उनकी अनेक कविताएँ  स्कूलों के पाठ्यक्रम का हिस्सा हैं व प्रसिद्ध गायकों द्वारा गायी गयी  हैं. उनकी लिखी पटकथाओं व नाटकों को भी खूब सराहा गया है. 
उनकी यह कविता उनके सबसे प्रसिद्द कविता संग्रह 'पारोल' से है. 



इस कविता का मूल फ्रेंच से हिंदी में अनुवाद -- रीनू  तलवाड़