गुरुवार, अप्रैल 28, 2011

समुद्र का एकांत

थ्री सीस्केप्स, जे एम् विलियम टर्नर
Three Seascapes, JM William Turner
जब कोई उसे देख नहीं रहा होता 
तो समुद्र समुद्र नहीं होता 
वह वही होता है
जो हम होते हैं
जब कोई हमें देख नहीं रहा होता

और ही मछलियाँ
अलग ही लहरें
बस अपने ही लिए होता है
वह समुद्र
या मुझ जैसों के लिए जिन्होंने
उसका स्वप्न देखा होता है

-- यूल सुपरवीएल 


 यूल सुपरवीएल ( Jules Supervielle )20 वीं सदी के आरम्भ के फ़्रांसिसी कवि थे. उन्होंने अपने को स्यूरेअलीज्म से दूर ही रखा जो उस समय के साहित्य को आंदोलित कर रहा था. उनकी कविता मानवीय है व जगत के रहस्यों को टटोलती है. उन्होंने  कई कविता संग्रह, कहानियों वे लेखों के संकलन व नाटक भी लिखे हैं.

इस कविता का मूल फ्रेंच से हिंदी में अनुवाद -- रीनू तलवाड़