शुक्रवार, दिसंबर 14, 2012

सत्य

ह्यूमन मिज्री, पॉल गौगें
Human Misery, Paul Gauguin


तुम, जिसने मुझे प्रेम किया सत्य की
असत्यता से -- और असत्यता के सत्य से;
जिसने मुझे प्रेम किया संभव
की सीमाओं तक! सीमाओं से परे!
तुम, जिसने मुझे प्रेम किया समय
से भी अधिक -- बाँह का एक फैलाव!
अब तुम्हें मुझसे प्रेम नहीं:
सत्य हैं ये पाँच शब्द.




-- मारीना स्व्ताएवा




 मारीना स्व्ताएवा ( Marina Tsvetaeva ) बहुत प्रसिद्द रूसी लेखिका व कवयित्री थीं और उनको 20 वीं सदी के बेहतरीन रूसी साहित्यकारों में गिना जाता है. 18 वर्ष की आयु में उनका पहला कविता संकलन 'ईवनिंग एल्बम' प्रकाशित हुआ. वे रूसी क्रांति व उसके बाद मास्को में पड़े अकाल के समय वहीँ थी. क्योंकी वे क्रांति के खिलाफ थी उन्हें निर्वासित कर दिया गया. कई साल वे अपने परिवार के साथ गरीबी की हालत में पेरिस, बेर्लिन्र व प्राग में रहीं. मास्को लौटने के बाद भी उन्हें शक की नज़र से देखा जाता रहा व उनके परिवार को कसी न किसी कारण से सताया जाता रहा, उनकी बेटी कई वर्ष जेल में रहीं, व पति को मार डाला गया. बिना किसी आर्थिक सहारे के व नितांत अकेलेपन में, उन्होंने आत्महत्या कर ली. 

इस कविता का मूल रशियन से अंग्रेजी में अनुवाद नीना कौसमन व एंड्रू न्यूकोंब ने किया है.
इस कविता का हिंदी में अनुवाद -- रीनू तलवाड़