बुधवार, अप्रैल 27, 2011

तुम



द इन्नर वोएस, औग्यूस्त रोदें
The Inner Voice, Auguste Rodin   



जानता हूँ तुम्हें : 
तुम जो इतने झुके हुए हो.
तुम ने थामा है मुझे -- 
मैं...जो छलनी हूँ...बंधन में हूँ.
ऐसा कौन सा शब्द है, 
जो हम दोनों का साक्षी बनेगा? 
एक साथ हमें रोशन करेगा?
तुम मेरे यथार्थ हो. 
मैं तुम्हारी मरीचिका. 




-- पाउल चेलान












पाउल चेलान ( Paul Celan) कवि व अनुवादक थे. हालाँकि वे रोमानिया के एक यहूदी परिवार से थे, जर्मन उन्होंने बचपन से ही पढ़ी थी और द्वितीय विश्व युद्ध के बाद वे जर्मन भाषा के प्रमुख कवियों में गिने जाने लगे. नाजियों के हाथों उन्होंने, उनके परिवार ने व देशवासियों ने बहुत अत्याचार सहे, मगर विडंबना थी कि उनके पास अपने आततायियों की जर्मन भाषा ही थी जिस में वे खुद को व्यक्त कर सकते थे. यहूदियों के विध्वंस का उन पर बहुत गहरा असर पड़ा और उनकी कविताओं की भाषा मैं ही बदलाव आ गया.उनकी कविताओं का अंग्रेजी में बहुत बार अनुवाद हुआ है.
ये कविता उनके संकलन 'ग्लोट्टल स्टॉप' से है जिसका जर्मन से अंग्रेजी में अनुवाद निकोलई पोपोव व हेदर मकह्युग्ज़ ने किया है.
इस कविता का हिन्दी में अनुवाद -- रीनू तलवाड़