रविवार, अप्रैल 21, 2013

केवल तुम, केवल मैं

रेलरोड ट्रैक्स, आइसाक लेवितान
Railroad Tracks, Isaac Levitan

 प्रिय, कितना लम्बा रास्ता तय करना होता है,
पहुँचने के लिए एक चुम्बन तक,
कैसे गतिमान है अकेलापन, तुम्हारे साथ की ओर!
बारिश के संग लुढ़कते,
हम अकेले ही पीछा करते हैं पटरियों का.
ताल्ताल* में न सवेरा होता है न वसंत आता है.

लेकिन तुम और मैं, प्रिय, हम साथ हैं
कपड़ों से लेकर जड़ों तक:
साथ हैं पतझड़ में, पानी में, कूल्हों में, जबतक
हम एक साथ अकेले न हो सकें -- केवल तुम, केवल मैं.

सोचो कितना यत्न किया होगा, बोरोआ* नदी ने
इतने पत्थरों को अपने तिकोने मुहाने तक पहुंचाने के लिए;
सोचो कि तुम और मैं, जो रेलगाड़ियों व राष्ट्रों
से बंटे हैं,

हमें केवल एक-दूसरे को प्रेम करना था:
साथ लिए सभी भ्रांतियों को,
आदमियों और औरतों को,
और धरती को भी जो उगाती है गुलनारों को,
और फिर उन्हें खिलाती है.


-- पाब्लो नेरुदा



  पाब्लो नेरुदा ( Pablo Neruda ) को कौन नहीं जानता. वे चिली के कवि थे.कोलंबिया के महान उपन्यासकार गेब्रिअल गार्सिया मार्केज़ ने उन्हें ' 20 वीं सदी का, दुनिया की सभी भाषाओँ में से सबसे बेहतरीन कवि ' कहा है. 10वर्ष की आयु में उन्होंने कविताएँ लिखनी शुरू की. 19वर्ष की आयु में उनका पहला संकलन 'क्रेपेस्क्युलारियो ' प्रकाशित हुआ और उसके बाद उनकी प्रसिद्द प्रेम कविताएँ ' ट्वेंटी पोएम्ज़ ऑफ़ लव एंड अ सोंग ऑफ़ डेसपैर '. दोनों संकलन खूब सराहे गए और दूसरी भाषाओँ में अनूदित लिए गए. उनकी प्रेम कविताओं की तो सहस्रों प्रतियाँ आज तक बिक चुकी है. उनके पूरे लेखन काल में उनकी 50से अधिक पुस्तकें प्रकाशित हुई और अनेक भाषाओँ में असंख्य अनुवाद हुए. 1971में उन्हें नोबेल प्राइज़ भी प्राप्त हुआ. उनके 100 लव सोंनेट्स में से यह दूसरा सोंनेट है.


इस कविता का मूल स्पेनिश से अंग्रेजी में अनुवाद स्टीफन टैपस्काट ने किया है.
इस कविता का हिंदी में अनुवाद -- रीनू तलवाड़


*उत्तरी चिली में एक बंदरगाह
*अमेज़ोन नदी के उत्पत्ति क्षेत्र की एक नदी