शुक्रवार, अगस्त 10, 2012

ढूँढना उन शब्दों को

पोर्ट्रेट ऑफ़ अ वुमन, अमादेओ  मोदिग्लिआनि
Portrait of a Woman, Amadeo Modigliani 
एक दराज़ में पीछे रखे कहीं मिले मुझे वो शब्द,
काले कपड़े में लिपटे हुए, जैसे किसी मृत स्त्री
के हाथों से उतारी गई तीन अंगूठियाँ, सर्द,
चमक-विहीन सोना. मैंने उन्हें हाथ में पकड़ा था,

                                              बरसों पहले,
फिर उन्हें रख दिया था, भूल गई थी कि वह क्या है जिसे
कहने के लिए उन्हें इस्तेमाल कर सकती हूँ. पहले को मैंने
होंठों से छुआ, फिर दूसरे, फिर तीसरे को, प्रसाद की तरह,
वचन की तरह, चुम्बन की तरह,

                                       और मेरी साँसों ने
उन्हें गरमा दिया, उन छोटे, थोड़े-से शब्दों को
जो मुझे चाहिए थे कुछ कहने के लिए.
मैं उन्हें घिसती रही, तब तक, जब तक मेरी हथेली में ऐसे चमकने लगे -
तुम्हें प्यार करती हूँ, प्यार करती हूँ, प्यार करती हूँ -
जैसे कि वो हो गए हों नए.


-- कैरल एन डफ्फी


 कैरल एन डफ्फी ( Carol Ann Duffy )स्कॉट्लैंड की कवयित्री व नाटककार हैं. वे मैनचेस्टर मेट्रोपोलिटन युनिवेर्सिटी में समकालीन कविता की प्रोफ़ेसर हैं. 2009 में वे ब्रिटेन की पोएट लॉरीअट नियुक्त की गईं. वे पहली महिला व पहली स्कॉटिश पोएट लॉरीअट हैं. उनके स्वयं के कई कविता संकलन छ्प चुके हैं. उन्होंने कई कविता संकलनों को सम्पादित भी किया है. अपने लेखन के लिए उन्हें अनेक सम्मान व अवार्ड मिल चुके हैं. सरल भाषा में लिखी उनकी कविताएँ अत्यंत लोकप्रिय हैं व स्कूलों के पाठ्यक्रम का हिस्सा भी हैं. यह कविता उनके 2005 में छपे संकलन ' रैप्चर ' से है, जिसे टी एस एलीअट प्राइज़ मिला था.
इस कविता का मूल अंग्रेजी से हिंदी में अनुवाद -- रीनू तलवाड़