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मैन ड्राइंग और राइटिंग, विन्सेंट वान गोग Man Drawing or Writing, Vincent Van Gogh |
मैं लिखता हूँ
चीज़ों को विस्फोटित करने के लिए;
सब लेखन एक विस्फोट है
मैं लिखता हूँ
ताकि रोशनी अँधेरे से जीत जाए
और कविता की विजय हो
मैं लिखता हूँ
ताकि गेहूँ की डालियाँ मुझे पढ़ें
और पेड़ मुझे पढ़ें
मैं लिखता हूँ
ताकि गुलाब मुझे समझे,
और सितारा, और पंछी,
और बिल्ली, मछली, सीपियाँ और कस्तूरा.
मैं लिखता हूँ
इस दुनिया को बचाने के लिए हलाकू के कुत्ता-दांतों से
सेनाओं के शासन से
गैंग के अगुआ के पागलपन से
मैं लिखता हूँ
औरतों को बचाने के लिए तानाशाहों की कोठरी से
मुर्दों के शहरों से
बहुविवाह की प्रथा से
दिनों की नीरसता से,
औपचारिकता से, दोहराव से.
मैं लिखता हूँ
शब्द को बचाने के लिए न्यायिक जांच से
कुत्तों द्वारा सूंघे जाने से
सेंसर की फांसी से
मैं लिखता हूँ
जिस औरत को प्यार करता हूँ उसे बचाने के लिए
उन शहरों से जहाँ कविता नहीं है
जहाँ प्रेम नहीं है
कुंठा और निराशा के शहर
मैं लिखता हूँ उसे एक धुंध-भरा बादल बनाने के लिए
केवल औरत और लिखना
बचाते हैं हमें मरने से.
-- निज़ार क़ब्बानी
इस कविता का मूल अरबी से अंग्रेजी में अनुवाद लेना जाय्युसी और क्रिस्टोफर मिडल्टन ने किया है.
इस कविता का हिंदी में अनुवाद -- रीनू तलवाड़