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पोर्ट्रेट ऑफ़ अ वुमन, अमेदेओ मोदिग्लियानी Portrait of a Woman, Amedeo Modigliani |
न ही छत में पड़ी दरारें --
गिनों उन्हें जिनसे प्रेम किया है तुमने,
तुम्हारे सपनों के भूतपूर्व किरायेदार
जो तुम्हें सोने नहीं देते थे,
जो कभी तुम्हारी पूरी दुनिया थे,
झुलाया था जिन्होनें तुम्हें अपनी बाहों में,
जिन्होनें तुमसे प्रेम किया था...
सो जाओगी तुम, भोर होने तक,
नयनों में अश्रु लिए.
-- वेरा पाव्लोवा

इस कविता का मूल रशियन से अंग्रेजी में अनुवाद स्टीवन सेमूर ने किया है.
इस कविता का हिंदी में अनुवाद -- रीनू तलवाड़