सोमवार, जनवरी 21, 2013

मिडनाइट क्लब

पोर्ट्रेट, योर्ज सरा
Portrait, Georges Seurat



जो गुणी हैं उन्होंने बरसों बताया है हमें कि वे चाहते हैं
कि जो वे हैं, उन्हें उसी के लिए प्रेम किया जाए,
कि जो भी उनकी पूर्णता है उसमें, वे हमारी ही तरह
संध्या में मिट जाते हैं. तो वे रात भर काम करते हैं
ठंडे, चाँदनी के जाल-बिछे कमरों में;
कभी-कभी, दिन के समय, वे अपनी गाड़ी से टेक लगा
खड़े रहते हैं, ताकते रहते हैं सुनहरी, भावहीन, तपती
घाटी को, मगर अधिकतर वे बैठते हैं अँधेरे में, झुक कर,
पैर धरती पर, हाथ मेज़ पर, कमीजों में होता है
खून का धब्बा, ठीक हृदय-स्थल के ऊपर.



--  मार्क स्ट्रैन्ड


  मार्क स्ट्रैन्ड ( Mark Strand )एक अमरीकी कवि, लेखक व अनुवादक हैं. 1990 में वे अमरीका के 'पोएट लौरेएट ' थे. वे कई जाने-माने विश्वविद्यालयों में अंग्रेजी पढ़ा चुके हैं और आजकल  कोलम्बिया  युनिवेर्सिटी में अंग्रेजी के प्रोफेसर हैं. उन्हें 'पुलित्ज़र प्राइज़ ' सहित कई सम्मान प्राप्त हुए हैं. अब तक उनकी कविताओं, लेखों व अनुवादों के 30 से भी अधिक संकलन प्रकाशित हो चुके हैं. यह कवितांश उनकी कविता 'जर्नी' से है, जो उनके संकलन 'द कंटीन्यूअस लाइफ' से है.
इस कविता का मूल अंग्रेजी से अनुवाद -- रीनू  तलवाड़