मंगलवार, मई 31, 2011

छिपा हुआ

ईस्टर्न वुमंज़ हेड, जोर्जिओ द किरीको
Eastern Woman' Head, Giorgio De Chirico
अगर तुम एक फ़र्न को 
एक पत्थर के नीचे रख दोगे
तो अगले ही दिन
वह मुरझा, 
अदृश्य-सा हो जायेगा,
मानो पत्थर उसे निगल गया हो.

जिसे तुम प्यार करते हो,
अगर तुम उसका नाम 
बिन बोले बहुत समय 
दबा के रख लेते हो 
ज़ुबान के नीचे 
तो वह खून बन जाता है,
आह बन जाता है.
वह हौले-से अन्दर खींची हवा
तुम्हारे हर शब्द के पीछे 
छिपी होती है. 

जिस से तुम्हारी लौ जलती है 
उसे कोई देख नहीं सकता.


-- नाओमी शिहाब नाए



                                                                                                                                                                                                                     
    

नाओमी शिहाब नाए एक फिलिस्तीनी-अमरीकी कवयित्री, गीतकार व उपन्यासकार हैं. वे बचपन से ही कविताएँ लिखती आ रहीं हैं. फिलिस्तीनी पिता और अमरीकी माँ की बेटी, वे अपनी कविताओं में अलग-अलग संस्कृतियों की समानता-असमानता खोजती हैं. वे आम जीवन व सड़क पर चलते लोगों में कविता खोजती हैं. उनके 7 कविता संकलन और एक उपन्यास प्रकाशित हो चुके हैं. अपने लेखन के लिए उन्हें अनेक अवार्ड व सम्मान प्राप्त हुए हैं. उन्होंने अनेक कविता संग्रहों का सम्पादन भी किया है.

इस कविता का मूल अंग्रेजी से हिंदी में अनुवाद -- रीनू तलवाड़