शुक्रवार, सितंबर 16, 2011

दुनिया

सें यौं काप फर्रा, मार्क शगाल
Saint Jean Cap Ferrat, Marc Chagall

दुनिया के दूसरे सिरे से 
एक प्यार भरे प्याले की तरह, 
एक चषक की तरह,
तुम चाँद मुझे दे देते हो.
मैं तुम्हारी ओर 
सूरज लुढ़का देती हूँ.

दुनिया के दूसरे सिरे पर  
जब तुम उठ रहे होते हो 
मैं सोने जाती हूँ.
धरती पर फैले बीजों की तरह, 
तारों को छितरा दिया है तुमने 

इधर मेरी ओर.
पूरी की पूरी रात
तुम्हारे लिए भेजे हैं मैंने 
गुच्छे, गुलदस्ते बादलों के
दुनिया के दूसरे सिरे तक;


ताकि जहाँ भी तुम हो
मेरा प्यार छाया करे.
और तुम्हारा 
मैं नींद में करवट लूँ 
तो हो एक अध-खिला तारा.




-- कैरल एन डफ्फी



  कैरल एन डफ्फी ( Carol Ann Duffy )स्कॉट्लैंड की कवयित्री व नाटककार हैं. वे मैनचेस्टर मेट्रोपोलिटन युनिवेर्सिटी में समकालीन कविता की प्रोफ़ेसर हैं. 2009 में वे ब्रिटेन की पोएट लॉरीअट नियुक्त की गईं. वे पहली महिला व पहली स्कॉटिश पोएट लॉरीअट हैं. उनके स्वयं के कई कविता संकलन छ्प चुके हैं. उन्होंने कई कविता संकलनों को सम्पादित भी किया है. अपने लेखन के लिए उन्हें अनेक सम्मान व अवार्ड मिल चुके हैं. सरल भाषा में लिखी उनकी कविताएँ अत्यंत लोकप्रिय हैं व स्कूलों के पाठ्यक्रम का हिस्सा भी हैं. यह कविता उनके 2005 में छपे संकलन ' रैप्चर ' से है, जिसे टी एस एलीअट प्राइज़ मिला था.
इस कविता का मूल अंग्रेजी से हिंदी में अनुवाद -- रीनू तलवाड़