मंगलवार, नवंबर 01, 2011

तीन कविताएँ

लौरेटस हेड विद अ कॉफ़ी कप,  ओंरी मातीस
Laurette's Head With A Coffee Cup, Henri Matisse

प्याली और गुलाब 

हमारे प्यार को भुलाने के लिए 
अपने दुःख को डुबोने के लिए 
मैं कॉफ़ी-हाउस गया 
मगर मेरी 
कॉफ़ी की प्याली के तल से  
एक सफ़ेद गुलाब-सी 
उभर आईं तुम.



समीकरण 

मैं तुम्हें प्यार करता हूँ 
इसलिए मैं हूँ
वर्तमान में.
मैं लिखता हूँ, प्रिय 
और पुनः पा लेता हूँ
बीते कल को.


शब्दों की चित्रकारी 

बीस साल बीत गए प्यार की राह पर मगर 
अभी भी इस रास्ते का कोई नक्शा नहीं है.
कभी-कभी मैं हुआ विजेता.
अधिकतर रहा पराजित.
बीस साल, ऐ प्रेम की पोथी 
और अभी भी पहले पन्ने पर हूँ.


-- निज़ार क़ब्बानी





 निज़ार क़ब्बानी ( Nizar Qabbani )सिरिया से हैं व अरबी भाषा के कवियों में उनका विशिष्ट स्थान है. उनकी सीधी सहज कविताएँ अधिकतर प्यार के बारे में हैं. जब उनसे पूछा गया कि क्या वे क्रन्तिकारी हैं, तो उन्होंने कहा -- अरबी दुनिया में प्यार नज़रबंद है, मैं उसे आज़ाद करना चाहता हूँ. उन्होंने 16 वर्ष की आयु से कविताएँ लिखनी शुरू कर दी थीं, और उनके 50 से अधिक कविता-संग्रह प्रकाशित हो चुके हैं. उनकी कविताओं को कई प्रसिद्ध अरबी गायकों ने गया है, जिन में मिस्र की बेहतरीन गायिका उम्म कुल्थुम भी हैं, जिनके गीत सुनने के लिए लोग उमड़ पड़ते थे.
इस कविता का मूल अरबी से अंग्रेजी में अनुवाद लेना जाय्युसी और डायना देर होवानेस्सियाँ ने किया है.
इस कविता का हिंदी में अनुवाद -- रीनू तलवाड़ 

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