रविवार, अप्रैल 29, 2012

पुकारना किसी दूरस्थ जीव को

क्रिएशन ऑफ़ द वर्ल्ड. मिकलोजुस चिर्लोनिअस
Creation of the World, Mikalojus Ciurlionis 

झंकृत हुआ है फिर से वह एक स्वर 
लालसा की तार से 

जो सहसा तानी गयी है दोनों सिरों से 
और कसी गयी है बजाने के लिए 

वह ध्वनि जो नोची गयी है 
एक पंछी के गीत से भले ही वह पंछी 

अब तक शायद वहाँ हो 
जहाँ कोई पुकार नहीं कर सकती 

उसका पीछा 
और वह एक स्वर पुकारता रहता है 

अंतरिक्ष के भी पार और अब सुनाई देता है 
प्राचीन रात में और वहां जाना जाता है

जिस मौन को वह पुकारता है उसके द्वारा
एक मौन पहचाना जाता है


-- डब्ल्यू एस  र्विन 



W.S. Merwinडब्ल्यू एस मर्विन ( W S Merwin )अमरीकी कवि हैं व इन दिनों अमरीका के पोएट लॉरीअट भी हैं.उनकी कविताओं, अनुवादों व लेखों के 30 से अधिक संकलन प्रकाशित हो चुके हैं .उन्होंने दूसरी भाषाओँ के प्रमुख कवियों के संकलन, अंग्रेजी में खूब अनूदित किये हैं, व अपनी कविताओं का भी स्वयं ही दूसरी भाषाओँ में अनुवाद किया है.अपनी कविताओं के लिए उन्हें अन्य सम्मानों सहित पुलित्ज़र प्राइज़ भी मिल चुका है.वे अधिकतर बिना विराम आदि चिन्हों के मुक्त छंद में कविता लिखते हैं.यह कविता उनके संकलन 'द शैडो ऑफ़ सिरिअस ' से है.

इस कविता का मूल अंग्रेजी से हिंदी में अनुवाद -- रीनू तलवाड़ 

1 टिप्पणी: