![]() |
वुमन राइटिंग, एदुआर माने Woman Writing, Edouard Manet |
किनारे से ज़रा-सी कट गयी
मेरी हथेली.
कटे की लकीर से बढ़ गयी
लगभग एक-चौथाई
मेरी जीवन-रेखा.
-- वेरा पाव्लोवा

इस कविता का मूल रशियन से अंग्रेजी में अनुवाद स्टीवन सेमूर ने किया है.
इस कविता का हिंदी में अनुवाद -- रीनू तलवाड़
गजब -
जवाब देंहटाएंबधाइयां
काटे कागद कोर ने, कवि के कितने अंग ।
कविता कर कर कवि भरे, कोरे कागज़ रंग
कोरे कागज़ रंग, रोज ही लगे खरोंचे ।
दिल दिमाग बदहाल, याद बामांगी नोचे ।
रविकर दायाँ हाथ, एक दिन गम जब बांटे ।
जीवन रेखा छोट, कोर कागज़ की काटे ।।
वाह...
जवाब देंहटाएंलाजवाब!!!
अनु
बहुत बढ़िया !
जवाब देंहटाएं