रविवार, मई 05, 2013

हमारे जैसे लोग

पोर्ट्रेट ऑफ़ चेल्सो लागार, अमेदेओ मोदिग्लियानी
Portrait of Celso Lagar, Amadeo Modigliani

हमारे जैसे और भी हैं. दुनिया भर में हैं 
हड़बड़ाए-घबराए लोग, जिन्हें सो कर उठने पर
नहीं याद आता अपने कुत्ते का नाम, लोग
जो ईश्वर से प्रेम करते हैं मगर जिन्हें याद नहीं

कि जब वे सोये थे तब वह कहाँ था. कोई
बात नहीं. दुनिया स्वयं को ऐसे ही शुद्ध करती है. 
आधी रात को तुम्हें एक रॉंग नंबर सूझता है,
तुम मिलाते हो उसे, और वह इतने समय से

बजता है वह कि एक घर बच जाता है. और दूसरी
मंजिल पर रहते आदमी को, मिल जाता है गलत पता,
वहाँ का जहाँ रहता है अनिद्रा रोगी, और वह बहुत
अकेला है, और वे बात करते हैं, और चोर वापिस
कॉलेज चला जाता है. ग्रेजुएट स्कूल में भी

तुम भटक कर पहुँच सकते हो गलत कक्षा में,
और सुन सकते हो गलत प्रोफेसर द्वारा
प्रेम से पढ़ी जा रही महान कविताएँ.
और तुम पाते हो कि तुम्हारी आत्मा को,
और विशालता को है कोई बचाने वाला, और
यह कि मृत्यु में भी तुम सुरक्षित हो. 



-- रोबर्ट ब्लाए




 रोबर्ट ब्लाए ( Robert Bly ) अमरीकी कवि,लेखक व अनुवादक हैं. 36 वर्ष की आयु में उनका पहला कविता संकलन प्रकाशित हुआ, मगर उस से पहले साहित्य पढ़ते समय उन्हें फुलब्राईट स्कॉलरशिप मिला और वे नोर्वे जाकर वहां के कवियों की कविताओं का अनुवाद अंग्रेजी में करने लगे. वहीं पर वे दूसरी भाषाओँ के अच्छे कवियों से दो-चार हुए - नेरुदा, अंतोनियो मचादो, रूमी, हाफिज़, कबीर, मीराबाई इत्यादि. अमरीका में लोग इन कवियों को नहीं जानते थे. उनके अनेक कविता संग्रह प्रकाशित हुए और उन्होंने खूब अनुवाद भी किया है. अमरीका के वे लोकप्रिय कवि हैं और यूनिवर्सिटी ऑफ़ मिनेसोटा में उनके लिखे 80,000 पन्नों की आर्काइव है, जो उनका लगभग पचास वर्षों का काम है. यह कविता उनके संकलन 'मोर्निंग पोएम्ज़ ' से है.


इस कविता का मूल अंग्रेजी से हिंदी में अनुवाद -- रीनू तलवाड़

3 टिप्‍पणियां:

  1. हम जो राह पकड़ते हैं वह अक्सर गलत सिद्ध हो जाती है.आशावादिता का पथ गलत साबित होता है और भुल्लकड़पन स्वभाव का हिस्सा बन जाता है.

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  2. "दुनियाँ गलत रास्तों से भी सही जगह पहुँचती है ।"

    बहुत अच्छी कविता ,सुन्दर अनुवाद ।

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  3. कुछ जो बहुत गहरी कविताएँ तुम्हे छू कर निकलती हैं .........मैं इसे उनमे रखता हूँ . राबर्ट बलाय शुक्रिया ! रेणू जी शुक्रिया दिल से !

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