गुरुवार, नवंबर 03, 2011

बादल

क्लाउड, आइसाक लेवितान
Cloud, Isaac Levitan

मेरे पास अपना कोई धरती-आकाश नहीं है.
बस है एक नन्हा सफ़ेद बादल 
जिसे मैं एक बार मिला था, 
जब स्कूली बच्चा था 
आँगन में टूटी टहनियों के ढेर पर लेटे-लेटे
आकाश को ताकते हुए.
अबाबील थे और बादल : 
यह वाला, मेरा इकलौता, भी था.
मैं आज भी उसे पहचान पाता,
सभी परिवर्तनों के बावजूद,
यदि मेरे पास समय होता, 
बिना किसी आशय के, आँगन में 
टूटी टहनियों के ढेर पर लेटने का.


-- यान काप्लिन्स्की


Author: Estonian Literary Magazine







यान काप्लिन्स्की ( Jaan Kaplinski )एस्टोनिया के कवि, भाषाविद व दार्शनिक हैं व यूरोप के प्रमुख कवियों में गिने जाते हैं. वे अपने स्वतंत्र विचारों व वैश्विक सरोकारों के लिए जाने जाते हैं. उनके कई कविता-संग्रह, कहानियां, लेख व निबंध प्रकाशित हो चुके हैं. उन्होंने कई भाषाओँ से कई भाषाओँ में अनुवाद किये है व उनके स्वयं के लेखन का भी कई भाषाओँ में अनुवाद हुआ है. यह कविता उनके संकलन 'ईवनिंग ब्रिनग्ज़ एवरीथिंग बैक ' से है.
इस कविता का मूल एस्टोनियन से अंग्रेजी में अनुवाद फियोना सैम्प्सन ने किया है.

इस कविता का हिंदी में अनुवाद -- रीनू तलवाड़    

2 टिप्‍पणियां:

  1. adbhut rachna, sab ka sach kaha... aur sundar anuvaad. chitr bhi. badhai!

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  2. बिना किसी आशय के, आँगन में
    टूटी टहनियों के ढेर पर लेटने का.

    dil dhundhta hay phir vahi...

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