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लवर्ज़ इन ग्रीन, मार्क शगाल Lovers In Green, Marc Chagall |
कुछ सर्द-सा बहुत करीब था, और
मैं जानता था कि अपने पूरे जीवन में से,
मैं केवल तुम्हें पीछे छोड़ आया हूँ
मेरी धरती के दिन-रात थे तुम्हारे होंठ
जो स्थापित किया था मेरे चुम्बनों ने
वो गणराज्य थी तुम्हारी त्वचा.
उस पल में सब किताबें रुक गयीं,
और दोस्ती,
लगातार एकत्रित किया खज़ाना, वह
पारदर्शी घर जो तुमने और मैंने बनाया था,
लगातार एकत्रित किया खज़ाना, वह
पारदर्शी घर जो तुमने और मैंने बनाया था,
सिवाय तुम्हारी आँखों के, सब कुछ छूटता गया.
क्योंकि जिस समय जीवन हमें सताता है, प्रेम
केवल एक ही लहर ऊंचा होता है दूसरी लहरों से,
ओह मगर जब मृत्यु आकर खटखटाती है द्वार,
उतनी रिक्तता के विरूद्ध होती है केवल तुम्हारी दृष्टि
विलोपन के विरूद्ध केवल तुम्हारा उजाला
परछाइयों को रोक देने के लिए केवल तुम्हारा प्रेम.
-- पाब्लो नेरुदा

इस कविता का मूल स्पेनिश से अंग्रेजी में अनुवाद स्टीफन टैपस्कोट ने किया है.
इस कविता का हिंदी में अनुवाद -- रीनू तलवाड़
क्योंकि जिस समय जीवन हमें सताता है, प्रेम
जवाब देंहटाएंकेवल एक ही लहर ऊंचा होता है दूसरी लहरों से,
बेहतरीन ...........उत्कट प्रेम का अनुभव समेटा है कविता ! पाब्लो को सलाम !
मंत्रमुग्धा... अथाय प्रेम...उत्क्रष्ट रचना...दिल की गहराईयोँ में उतर गई, हमेशा के लिए...
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