द बीच एट थ्रूवील एट लो टाइड, गुस्ताव कूर्बे The Beach at Trouville at Low Tide, Gustave Courbet |
सूर्यास्त की पहली लाली की छुअन
लिए कुछ बादलों के नीचे से
एक श्वेत गंगाचील पुकारती हुई
उड़ जाती है सांध्य आकाश के पार
जब कि समुद्र का ज्वार उतरता जा रहा है
दिन भर उतरता है दक्षिण की ओर
छह माह हो गए
तुम्हें गए
और फिर वह गंगाचील भी चली गई
और केवल बादल हैं यहाँ
और हैं उतरते ज्वार के स्वर
-- डब्ल्यू एस मर्विन
डब्ल्यू एस मर्विन ( W S Merwin )अमरीकी कवि हैं व इन दिनों अमरीका के पोएट लॉरीअट भी हैं.उनकी कविताओं, अनुवादों व लेखों के 30 से अधिक संकलन प्रकाशित हो चुके हैं .उन्होंने दूसरी भाषाओँ के प्रमुख कवियों के संकलन, अंग्रेजी में खूब अनूदित किये हैं, व अपनी कविताओं का भी स्वयं ही दूसरी भाषाओँ में अनुवाद किया है.अपनी कविताओं के लिए उन्हें अन्य सम्मानों सहित पुलित्ज़र प्राइज़ भी मिल चुका है.वे अधिकतर बिना विराम आदि चिन्हों के मुक्त छंद में कविता लिखते हैं.यह कविता उनके संकलन 'द शैडो ऑफ़ सिरिअस ' से है.
इस कविता का मूल अंग्रेजी से हिंदी में अनुवाद -- रीनू तलवाड़
एक उम्मीद कैसे टूटती है और विलीन हो जाती है ,उदासी के बादल छोड़ कर ,वेदना भी धीरे-धीरे शांत हो जाती है १
जवाब देंहटाएंबहुत अच्छी अनुभूति ! सुन्दर कविता !