सोंग बर्ड ऑन प्लम ब्लॉसम, ओहारा कोसोन Song Bird on Plum Blossom, Ohara Koson |
जिसका दरवाज़ा खुला हो
और फिर बनाना
कुछ प्यारा-सा
कुछ सादा-सा
कुछ सुन्दर-सा
और कुछ ऐसा
जो पंछी के काम आये
फिर अपने कैनवस को
एक पेड़ के सहारे टिका देना
किसी बगीचे में
किसी जंगल में
या किसी वन में
और किसी पेड़ के पीछे छुप जाना
बिना कुछ कहे
बिना हिले
कभी-कभी पंछी जल्द-ही आ जाता है
मगर कभी सालों-साल लगा देता है
निराश मत होना
प्रतीक्षा करना
चाहे सालों-साल करनी पड़े
पंछी देर से आता है या जल्दी आता है
इसका चित्र के पूरे होने से
कोई लेना-देना नहीं है
और जब पंछी आता है
अगर वह आता है
एकदुम चुप रहना
पंछी के पिंजरे में जाने की प्रतीक्षा करना
और जब वह अन्दर चला जाए
तो अपने ब्रश से
धीमे-से दरवाज़ा बंद कर देना
फिर
एक-एक करके पिंजरे की सीखें मिटा देना
देखना
पंछी के पंख बचा कर
उसके बाद पेड़ की सबसे सुन्दर डाली चुन कर
उसका चित्र बनाना पंछी के लिए
आस-पास की हरियाली भी बनाना
और हवा की ताजगी
धूप के कण
और गुनगुनी धूप में
दूब से आता जीव-जंतुओं का शोर
और फिर इंतज़ार करना
पंछी के गीत का
अगर पंछी नहीं गाता
तो यह अपशगुन होगा
यानि कि चित्र ठीक नहीं है
पर अगर वह गाता है
तो अच्छा शगुन है
कि तुम्हारा चित्र पूरा हो गया
और बहुत हौले-से
तुम पंछी का एक पंख निकल लेना
और तस्वीर के कोने में
लिख देना अपना नाम
-- याक प्रेवेर
याक प्रेवेर ( Jacques Prévert )फ़्रांसिसी कवि व पटकथा लेखक थे. अत्यंत सरल भाषा में लिखी उनकी कविताओं ने उन्हें फ्रांस का, विक्टर ह्यूगो के बाद का, सबसे लोकप्रिय कवि बना दिया. उनकी कविताएँ अक्सर पेरिस के जीवन या द्वितीय विश्व युद्ध के बाद के जीवन के बारे में हैं. उनकी अनेक कविताएँ स्कूलों के पाठ्यक्रम का हिस्सा हैं व प्रसिद्ध गायकों द्वारा गायी गयी हैं. उनकी लिखी पटकथाओं व नाटकों को भी खूब सराहा गया है. उनकी यह कविता उनके सबसे प्रसिद्द कविता संग्रह 'पारोल' से है.
इस कविता का मूल फ्रेंच से हिंदी में अनुवाद -- रीनू तलवाड़
पंछी के चित्र के बहाने मानव की नियति पर विचार करती कविता.
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