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स्टिल लाइफ़ विद लेटरज़, कूज़मा पेत्रोव-वोद्किन Still Life with Letters, Kuzma Petrov-Vodkin |
वह दरवाज़ा जो किसी ने खोला था
वह दरवाज़ा जो किसी ने बंद किया था
वह कुर्सी जिस पर कोई बैठा था
वह बिल्ली जिसे किसी ने सहलाया था
वह फल जिसे किसी ने चखा था
वह पत्र जो किसी ने पढ़ा था
वह कुर्सी जो किसी ने पलट दी थी
वह दरवाज़ा जो किसी ने खोला था
वह रास्ता जिस पर कोई दौड़ रहा है
वह जंगल जिसे कोई पार कर रहा है
वह नदी जिस में कोई कूद रहा है
वह अस्पताल जहां कोई मर गया -- याक प्रेवेर

इस कविता का मूल फ्रेंच से हिंदी में अनुवाद -- रीनू तलवाड़
बहुत बढ़िया...
जवाब देंहटाएंअनु
शीर्षक न हो तो एक विवरण की तरह लगता है सब. शीर्षक की उपस्थिति से अर्थ सबमें व्याप्त हो जाता है.
जवाब देंहटाएंबेहतरीन प्रस्तुति.
आज बहुत दिन बाद समुद्र पार के पाखी पर आना हुआ.
कुछ लम्हा इन पाखियों के साथ गुजारूँगा..
बहुत अच्छी कविता का उतना ही अच्छा और सहज अनुवाद। भाषा, बिम्बों, प्रतीकों, भंगिमाओं को अपना-सा बनाता हुआ।
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