रेडहेड वियरिंग अ पेंडेंट, अमादेओ मोदिग्लियानी Redhead Wearing a Pendant, Amadeo Modigliani |
और विशेष रूप से गुरूवार को,
और वाइन के घूँट भरना उजाले का अध्ययन करते-करते:
कैसे वह पुराना होता है, पीला पड़ता है, राख होने लगता है
और फिर जैसे हमेशा के लिए, ठिठका रहता है
रात की देहरी पर,
वह रात जो ला सकती है मौसम का पहला पाला.
ऐसी में अच्छा है एक स्त्री का आस-पास होना,
और दो हों तो और भी अच्छा है.
उन्हें करने दो एक-दूसरे से फुसफुसा कर बातें
और तुम्हें देख-देख कर हंसनें दो.
उन्हें चढ़ा लेने दो अपनी कमीजों कि आस्तीनें
और खोल लेने दो ऊपर का एक-आध बटन,
यह कोमल सांझ उसके योग्य है,
और वह छोटा स्कूली लड़का
जो घर लौटा है तो एक लगभग अँधेरे कमरे में
और अब आँखें फाड़े देखता है
बड़ों को उसकी सेहत का जाम उठाते हुए,
उस चपल-मति, भूरे-लाल बालों वाली स्त्री को
जिसनें आँखें कस कर बंद की हुई हैं,
जैसी कि वह रोने जा रही हो, या गाने...
-- चार्लज़ सिमिक
चार्लज़ सिमिक (Charles Simic ) एक सर्बियाई-अमरीकी कवि, निबंधकार, अनुवादक व दार्शनिक हैं। उनका जन्म युगोस्लाविया में हुआ और वे युद्ध-त्रस्त यूरोप में बड़े हुए। 1954 में,16 वर्ष की आयु में वे अपने परिवार के साथ अमरीका आ गए। 70 के दशक तक वे कवि के रूप में स्थापित हो गए। उनकी कविताएँ सूक्ष्म व बिम्बों से भरपूर होती हैं। वे पेरिस रिव्यू के सम्पादक रह चुके हैं व अमरीका के 15 वें पोएट लौरियेट भी। आजकल वे अमरीकी साहित्य व क्रिएटिव राइटिंग के प्रोफ़ेसर एमेरिटस हैं, व यूनिवर्सिटी ऑफ़ न्यू हेम्पशियर में पढ़ाते हैं। उन्हें अनेक सम्मान प्राप्त हो चुके हैं. उनकी कविताओं के 30 से अधिक संकलन, अनुवादों के 15 संकलन व गद्य के 8 संकलन प्रकाशित हो चुके है।यह कविता उनके संकलन 'सिक्सटी पोएम्ज़' से है।
इस कविता का मूल अंग्रेजी से हिंदी में अनुवाद -- रीनू तलवाड़
कैसे वह पुराना होता है, पीला पड़ता है, राख होने लगता है
जवाब देंहटाएंऔर फिर जैसे हमेशा के लिए, ठिठका रहता है
रात की देहरी पर,
वह रात जो ला सकती है मौसम का पहला पाला.
अच्छी कविता ,सुन्दर अनुवाद !