गुरुवार, फ़रवरी 20, 2014

आज

ब्लूमिंग फ्लार्ज़ विद गार्डन फेंस,
कोलोमान मोज़र्
Blooming Flowers with Garden Fence,
Koloman Moser
क्या कभी वसंत में ऐसा अनोखा दिन भी हुआ है,
रुक रुक कर चलती गुनगुनी हवा से इतना उल्लासित 

कि आप का मन घर की सभी 
खिड़कियाँ खोल देना चाहे 

और तोते के पिंजरे की चिटकनी सरका,  
दरवाज़े को कब्ज़े से उखाड़ देना चाहे,

ऐसा दिन, जब ईंटों-जड़े संकरे रास्तों वाले,
 पिओनी फूलों से भरे-भरे बागीचे 

इतने साफ़ झलकते हैं चटक धूप में 
कि मन करता है 

हथौड़ा लेकर बैठक की मेज़ 
पर रखे कांच के पेपर्वेट को तोड़ डालें,

उसमें बसने वालों को उनके 
बर्फ से ढके घर से आज़ाद कर दें 

ताकि एक-दूसरे का हाथ पकड़े,
चौंधियायी आँखें लिए
वे बाहर कदम रख सकें 

इस नीले-सफ़ेद बड़े गुम्बद तले,
आह, ऐसा ही दिन है आज.


-- बिली कॉलिन्ज़ 




 बिली कॉलिन्ज़ (Billy Collins) अमरीकी कवि है जो 2001 से 2003 तक अमरीका के पोएट लॉरिएट रह चुके हैं. वे न्यू यॉर्क की सिटी यूनिवर्सिटी के लेहमन कॉलेज के डिस्टिंग्विश्ड प्रोफेसर व फ्लोरिडा के विंटर पार्क इंस्टिट्यूट के सीनियर डिस्टिंग्विश्ड फेलो भी हैं. 1992 में उन्हें न्यू यॉर्क पब्लिक लाइब्रेरी का लिटरेरी लायन सम्मान प्रदान किया गया. 2004 से 2006 तक वे न्यू यॉर्क प्रांत के पोएट लॉरिएट नियुक्त किये गए. आजकल वे साऊथैम्पटन  के स्टोनी ब्रूक में ऍम ऍफ़ ए के विद्यार्थियों को पढ़ाते हैं. उन्हें अमरीका के अनेक साहित्यिक सम्मान प्राप्त हुए हैं. उनकी कविताओं के अब तक चौदह संकलन प्रकाशित हुए हैं. उन्होंने ने कई काव्य संग्रहों का सम्पादन भी किया है.

इस कविता का मूल अंग्रेजी से हिंदी में अनुवाद -- रीनू तलवाड़ 

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