थ्री सीस्केप्स, जे एम् विलियम टर्नर Three Seascapes, JM William Turner |
जब कोई उसे देख नहीं रहा होता
तो समुद्र समुद्र नहीं होता वह वही होता है
जो हम होते हैं
जब कोई हमें देख नहीं रहा होता
और ही मछलियाँ
अलग ही लहरें
बस अपने ही लिए होता है
वह समुद्र
या मुझ जैसों के लिए जिन्होंने
उसका स्वप्न देखा होता है
अलग ही लहरें
बस अपने ही लिए होता है
वह समुद्र
या मुझ जैसों के लिए जिन्होंने
उसका स्वप्न देखा होता है
-- यूल सुपरवीएल
यूल सुपरवीएल ( Jules Supervielle )20 वीं सदी के आरम्भ के फ़्रांसिसी कवि थे. उन्होंने अपने को स्यूरेअलीज्म से दूर ही रखा जो उस समय के साहित्य को आंदोलित कर रहा था. उनकी कविता मानवीय है व जगत के रहस्यों को टटोलती है. उन्होंने कई कविता संग्रह, कहानियों वे लेखों के संकलन व नाटक भी लिखे हैं.
इस कविता का मूल फ्रेंच से हिंदी में अनुवाद -- रीनू तलवाड़