शुक्रवार, अक्तूबर 11, 2013

अनुवाद

 सेल्फ-पोर्ट्रेट विद नेकलेस ऑफ़ थोर्नज़, फ्रीदा कालो 
  Self-portrait with Necklace of Thorns, Frida Kahlo 
अपनी भाषा से अनूदित 
तुम दिखाती हो मुझे कविताएँ
मेरी हमउम्र या मुझे से कम उम्र की 
किसी स्त्री की 

कुछ शब्द बार-बार उभरते हैं:
शत्रु, चूल्हा, दुःख 
बस इतना काफी है समझने के लिए 
कि वह इसी युग की स्त्री है

जिसे लगी है धुन  

प्रेम की, यही हमारा विषय है:
अपनी दीवारों पर इसे बेल की तरह चढ़ाया है हमने 
चूल्हों पर रोटी की तरह सेका है 
पैरों में पहना है भारी-भरकम बेड़ियों की तरह 
दूरबीन से ऐसे देखा है 
जैसे कि वह है एक हेलीकॉप्टर  
जो लाया है भोजन अकाल-पीड़ितों के लिए 
या है किसी विरोधी शक्ति 
का उपग्रह

अब मैं देख पाती हूँ उस स्त्री को 
अपना जीवन जीते हुए: चावल पकाते हुए 
दुपट्टा इस्त्री करते हुए 
रात भर एक पांडुलिपि टाइप करते हुए 

अपनी फोनबुक से 
एक नंबर मिलाते हुए 

एक आदमी के बेडरूम में फ़ोन बजता रहता है 
कोई नहीं उठाता 
वह सुनती है उस आदमी को किसी और से कहते हुए --
मत ध्यान दो. थक कर छोड़ देगी  --
वह सुनती है उस आदमी को बताते हुए 
उसकी कहानी उसी की बहन को 

जो उसकी शत्रु बन गई है 
और जो समय आने पर 
अपने दुःख का मार्ग स्वयं ही प्रशस्त करेगी 

इस तथ्य से अनभिज्ञ कि दुःख का यह मार्ग 
साझा है, अनावश्यक 
और राजनीतिक है. 



-- एडरियेन रिच



 एडरियेन रिच (Adrienne Rich) अमेरिकी कवयित्री एवं निबंधकार थीं व उन्हें 20 वीं सदी के उत्तरार्ध के सर्वाधिक प्रभावशाली कवियों में से एक माना जाता है.  कविता में महिलाओं और समलैंगिकों के उत्पीड़न व नारीवादी सिद्धांतों को व्यक्त करने का श्रेय भी उन्हें दिया जाता है. जहाँ अपने प्रथम काव्य संकलन 'अ चेंज ऑफ़ वर्ल्ड' में उन्होंने मर्यादाओं का उल्लंघन नहीं किया, वहीँ 60 के दशक के अंत से वे अधिकाधिक उन्मुक्त होती गयीं। अपने कट्टर नारीवादी, युद्ध-विरोधी, रंगभेद विरोधी राजनीतिक विचारों को उन्होंने मुक्त छंद में बीसियों कविता संकलनों मे अभिव्यक्त किया जिनमें उल्लेखनीय हैं -- 'डाइविंग इन्टू द रेक', 'लीफ्लेट्स', 'द विल टू चेंज', नेसेसिटीज़ ऑफ़ लाइफ' इत्यादि है. यह कविता  'डाइविंग इन्टू द रेक' से है. 

इस कविता का मूल अंग्रेजी ससे हिंदी में अनुवाद -- रीनू तलवाड़ 


सोमवार, अक्तूबर 07, 2013

पतझड़

              लेक जिनीवा एट शेब्र, फेरडिनांड हूलडर  
        Lake Geneva at Chexbres, Ferdinand Holder





दूर कहीं नग्न ताल के मध्य से 
आती है जल-पाखी की पुकार --
किसी ऐसे की पुकार जिसका बहुत कम पर हो स्वामित्व.




-- रोबर्ट ब्लाए



 रोबर्ट ब्लाए ( Robert Bly ) अमरीकी कवि,लेखक व अनुवादक हैं. 36 वर्ष की आयु में उनका पहला कविता संकलन प्रकाशित हुआ, मगर उस से पहले साहित्य पढ़ते समय उन्हें फुलब्राईट स्कॉलरशिप मिला और वे नोर्वे जाकर वहां के कवियों की कविताओं का अनुवाद अंग्रेजी में करने लगे. वहीं पर वे दूसरी भाषाओँ के अच्छे कवियों से दो-चार हुए - नेरुदा, अंतोनियो मचादो, रूमी, हाफिज़, कबीर, मीराबाई इत्यादि. अमरीका में लोग इन कवियों को नहीं जानते थे. उनके अनेक कविता संग्रह प्रकाशित हुए और उन्होंने खूब अनुवाद भी किया है. अमरीका के वे लोकप्रिय कवि हैं और यूनिवर्सिटी ऑफ़ मिनेसोटा में उनके लिखे 80,000 पन्नों की आर्काइव है, जो उनका लगभग पचास वर्षों का काम है. 



इस कविता का मूल अंग्रेजी से हिंदी में अनुवाद -- रीनू तलवाड़

शुक्रवार, अक्तूबर 04, 2013

संदेश

स्टिल लाइफ़ विद लेटरज़, कूज़मा पेत्रोव-वोद्किन
Still Life with Letters, Kuzma Petrov-Vodkin



वह दरवाज़ा जो किसी ने खोला था
वह दरवाज़ा जो किसी ने बंद किया था
वह कुर्सी जिस पर कोई बैठा था
वह बिल्ली जिसे किसी ने सहलाया था
वह फल जिसे किसी ने चखा था
वह पत्र जो किसी ने पढ़ा था
वह कुर्सी जो किसी ने पलट दी थी
वह दरवाज़ा जो किसी ने खोला था
वह रास्ता जिस पर कोई दौड़ रहा है
वह जंगल जिसे कोई पार कर रहा है
वह नदी जिस में कोई कूद रहा है
वह अस्पताल जहां कोई मर गया 



-- याक प्रेवेर 




 याक प्रेवेर  ( Jacques Prévert )फ़्रांसिसी कवि व पटकथा लेखक थे. अत्यंत सरल भाषा में लिखी उनकी कविताओं ने उन्हें फ्रांस का, विक्टर ह्यूगो के बाद का, सबसे लोकप्रिय कवि बना दिया. उनकी कविताएँ अक्सर पेरिस के जीवन या द्वितीय विश्व युद्ध के बाद के जीवन के बारे में हैं. उनकी अनेक कविताएँ  स्कूलों के पाठ्यक्रम का हिस्सा हैं व प्रसिद्ध गायकों द्वारा गायी गयी  हैं. उनकी लिखी पटकथाओं व नाटकों को भी खूब सराहा गया है. 
उनकी यह कविता उनके सबसे प्रसिद्द कविता संग्रह 'पारोल' से है. 


इस कविता का मूल फ्रेंच से हिंदी में अनुवाद -- रीनू  तलवाड़