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वुमंज़ पोर्ट्रेट, कोंस्तान्तिन यूओन Woman's Portrait, Konstantin Yuon |
उसके साथ जिसे तुम प्यार नहीं करतीं, और
तपते माथे के ऊपर बड़े-बड़े सितारे, और बाहें,
ऊपर उठती, 'उस' तक पहुँचने की कोशिश करतीं --
जो यहाँ ना जाने कब से नहीं था -- और होगा भी नहीं,
जो हो नहीं सकता -- और जिसे होना ज़रूर चाहिए...
और बच्चे की आँख से टपकता नायक के लिए आँसू,
और नायक की आँख से टपकता बच्चे के लिए आँसू,
और विशाल, पथरीले पहाड़
उस की छाती पर जिसे नीचे उतरना ही है...
मैं जानती हूँ वह सब जो था और वह सब जो होगा,
मैं जानती हूँ यह मूक अकर्ण रहस्य,
जिस लोगों की अशिक्षित और अस्फुट भाषा
जीवन कहती है.
-- मारीना स्व्ताएवा
इस कविता का मूल रशियन से अंग्रेजी में अनुवाद आंद्रे नेल्लर ने किया है.
इस कविता का हिंदी में अनुवाद -- रीनू तलवाड़
इस कविता का हिंदी में अनुवाद -- रीनू तलवाड़