शनिवार, मई 21, 2011

तुम्हारी ईमेल

कम्बोडियन डांसर, ओग्यूस्त रोदें 
जब तुम मेरी ईमेल का जवाब देते हो, 
सारे के सारे ग्रह-नक्षत्र 
मेरे आस-पास घूम जाते हैं,
जो दूरस्थ हैं, वे भी पास आ जाते हैं.
तितली पूर्व बंधन छोड़ पंख फैलाती है. 
अंगूर पक जाते हैं मेरे लिए 
और अपने हरे-हरे प्रतान 
फैला देते हैं पड़ोस के बगीचे तक. 
प्यार की देवी 'इश्तार' 
फिर जीवित हो जाती है
और उजड़े शहरों के लिए 
अपना गीत गाती है,
अपने मुंह से धूल झाड़
कुशल नर्तकी-सा नृत्य करती है,
सारे सैनिकों को वापिस घर 
अपने अपनों के पास भेज देती है,
और मरहम लगाती हैं
इस टूटी टांग वाली नन्ही चिड़िया को,
दो नदियों के बीच वाले देश में 
यह भी तो घायल हुई थी.
वह अपने फटे आँचल 
के तार गिनती है 
और सो जाती है.
मगर मैं अभी भी तुम्हारी ईमेल का इंतज़ार कर रही हूँ.
स्क्रीन में मेरी थकी-थकी आँखें प्रतिबिंबित हो रहीं हैं 
और मेरी घड़ी की दोनों सुईयां 
तुम्हारी चुप्पी के बीचोंबीच 
गले मिल रहीं हैं. 

-- दून्या मिखाइल 

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 दून्यामिखाइल ( Dunya Mikhail )एक इराकी-अमरीकी कवयित्री हैं. वे अरबी में लिखतीं हैं व उनकी कविताएँ इराक के हालात , युद्ध, युद्ध से प्रभावित जीवन व विस्थापन के बारे में हैं. अरबी में उनकी कविताओं के पांच संकलन प्रकाशित हुए हैं. उनकी अंग्रेजी में अनूदित कविताओं के दो संकलन प्रकाशित हुए हैं, जिन में 'द वार वर्क्स हार्ड' को PEN ट्रांसलेशन अवार्ड मिला व 'डायरी ऑफ़ अ वेव आउटसाइड द सी' को अरब अमेरिकेन बुक अवार्ड मिला है. 2001 में उन्हें यू एन ह्यूमन राइट्स अवार्ड फॉर फ्रीडम ऑफ़ राइटिंग प्राप्त हुआ.
वे 1996 से अमरीका में रहती हैं व अरबी पढ़ाती हैं.
इस कविता का मूल अरबी से अंग्रेजी में अनुवाद डैन वीच ने किया है.    
इस कविता का हिंदी में अनुवाद -- रीनू तलवाड़