रविवार, दिसंबर 30, 2012

कठिनाईयाँ

फोर हैण्डज, विन्सेंट वान गोग
Four Hands, Vincent Van Gogh
उस शहर में उसकी पहली सर्दी थी
बरसों उत्तर में बिताने के बाद एक दोस्त
ने मुझे पत्र लिखा कि वहाँ के लोग
ठण्ड से कैसे निपटते हैं
उसने मुझे बताया कि कर्मी दल
खोद रहे थे सड़क के
एक कोने को दिन भर
वे लोग आग जलाये रखते थे
एक पुराने तेल के ड्रम में जिसकी
दीवार में सुराख थे और जलाये रखने
के लिए आग में कुछ भी डालते जाते थे
वह देख रहा था ड्रम के पास खड़े
दो आदमियों को जिनके पास थे
कुल तीन दस्ताने और वे
उनमें से एक को आपस में
बारी-बारी पहनते थे
और गर्म रखने के लिए पैरों को
जोर से ज़मीन पर पटकते थे
और वह यह बताने का प्रयत्न करता रहा था
कि वह दस्ताना बाएँ हाथ का था या दाहिने हाथ का



-- डब्ल्यू एस मर्विन 


W.S. Merwin डब्ल्यू एस मर्विन ( W S Merwin )अमरीकी कवि हैं व इन दिनों अमरीका के पोएट लॉरीअट भी हैं.उनकी कविताओं, अनुवादों व लेखों के 30 से अधिक संकलन प्रकाशित हो चुके हैं .उन्होंने दूसरी भाषाओँ के प्रमुख कवियों के संकलन, अंग्रेजी में खूब अनूदित किये हैं, व अपनी कविताओं का भी स्वयं ही दूसरी भाषाओँ में अनुवाद किया है.अपनी कविताओं के लिए उन्हें अन्य सम्मानों सहित पुलित्ज़र प्राइज़ भी मिल चुका है.वे अधिकतर बिना विराम आदि चिन्हों के मुक्त छंद में कविता लिखते हैं.यह कविता उनके संकलन 'द शैडो ऑफ़ सिरिअस ' से है..
इस कविता का मूल अंग्रेजी से हिंदी में अनुवाद -- रीनू तलवाड़

शुक्रवार, दिसंबर 28, 2012

कहावतें

अनेमोन एंड मिरर, ऑनरी मातीस
Anemone and Mirror, Henri Matisse
आईने में ढूंढो उसे,
अपने सहयात्री को.


          --

...मगर मेरे गीत में जो 'तुम' हो
वह  तुम नहीं हो, मित्र;
नहीं -- वह मैं हूँ. 


         --

जीवन और स्वप्न के बाद
आती है वह जो है सब से महत्वपूर्ण:
जागृति.



-- डान पेटरसन



 डान पेटरसन ( Don Paterson ) स्कॉटलैंड के कवि,लेखक  व संगीतकार हैं. वे यूनिवर्सिटी ऑफ़ सेंट एंड्रूज़ में अंग्रेजी पढ़ाते हैं, लन्दन के प्रकाशक 'पिकाडोर' के लिए पोएट्री एडिटर हैं और एक बेहतरीन जैज़ गिटारिस्ट हैं . अपने पहले कविता संकलन 'निल निल' से ही उन्हें पहचाना जाने लगा व अवार्ड मिलने लगे. अपने संकलन ' गाडज़ गिफ्ट टू विमेन ' के लिए उन्हें टी एस एलीअट प्राइज़ प्राप्त हुआ. उनके एक और संकलन 'लैंडिंग लाईट ' को विटब्रेड पोएट्री अवार्ड व फिर से टी एस एलीअट प्राइज़ प्राप्त हुआ. उन्होंने दूसरी भाषाओँ से अंग्रेजी में बहुत अनुवाद भी किया है जिन में से सबसे उल्लेखनीय स्पेनिश कवि अंतोनियो मचादो व जर्मन कवि रिल्के की रचनाएँ हैं. उन्होंने कई कविता संकलनों का संपादन किया है, नाटक लिखे हैं व विशेष रूप से रेडियो नाटक लिखे हैं. यह कविता उनके संकलन 'आईज ' से है, जिसे  स्पेनिश कवि अंतोनियो मचादो की कविताओं का अनुवाद भी कहा जा सकता है, या कहा जा सकता है की ये कविताएँ, उनकी कविताओं से प्रेरित हैं.


इस कविता का मूल अंग्रेजी से हिंदी में अनुवाद -- रीनू तलवाड़

बुधवार, दिसंबर 26, 2012

संतुलन

इन द वाइल्ड नार्थ, इवान शिशकिन
In the Wild North, Ivan Shishkin
मैं ऊपर से देखता रहा उत्तरी ध्रुव का प्राकृतिक दृश्य
और सोचता रहा शून्य, सुहावने शून्य के बारे में.
मैंने देखे बादलों के सफ़ेद शामियाने और विशाल धवल
विस्तार, जहाँ नहीं थे किसी भेड़िये के पंजों के निशान भी.

मैंने तुम्हारे बारे में सोचा और सोचा इस खालीपन के बारे में
जो केवल एक ही चीज़ देने का वायदा कर सकता है: विपुलता --
और यह कि सुख के आधिक्य से जो फूट पड़ता है
वह होता है एक विशेष तरह का हिमाच्छादित उजाड़.

जब उतरने को था हमारा जहाज़,
बादलों के बीच से असुरक्षित-सी धरती उभर आई,
अपने मालिकों द्वारा भुलाये गए हास्यास्पद बगीचे,
जाड़े और हवा से त्रस्त पीली मुरझाई घास.

मैंने अपनी किताब गोद में रख दी और पल भर के लिए
अनुभव किया स्वप्न और जागृति के बीच पूर्ण संतुलन.
मगर जब जहाज़ ने कंक्रीट को छुआ, फिर
बहुत ध्यान से काटे हवाई अड्डे की भूलभुलैया के चक्कर,

मैं एक बार फिर शून्य को जान गया. फिर  छा गया
रोज़मर्रा की भटकन का अँधेरा, दिन का मीठा अँधेरा,
उस आवाज़ का अँधेरा जो गिनती है, नापती है
याद रखती है, भूल जाती है.



-- आदम ज़गायेव्स्की




 आदम ज़गायेव्स्की पोलैंड के कवि, लेखक, उपन्यासकार व अनुवादक हैं. वे क्रैको में रहते हैं मगर इन दिनों वे यूनिवर्सिटी ऑफ़ शिकागो में पढ़ाते हैं. वहां एक विषय जो वे पढ़ाते हैं वह है उनके साथी पोलिश कवि चेस्वाफ़ मीवोश की कविताएँ. उनके अनेक कविता व निबंध संकलन छ्प चुके हैं, व अंग्रेजी में उनकी कविताओं व निबंधों का अनुवाद भी खूब हुआ है.
इस कविता का मूल पोलिश से अंग्रजी में अनुवाद क्लेर कवन्नाह ने किया है.
इस कविता का हिंदी में अनुवाद -- रीनू तलवाड़

सोमवार, दिसंबर 24, 2012

प्रेम ना करना

इन द वुडज़ एट विंटर, आइसाक लेवितान
In the Woods at Winter, Isaac Levitan
जाड़ों के पेड़ों से सीखो, कैसे
वे अपनी पत्तियों को चूम कर फ़ेंक देते हैं,
फिर अपनी हथेलियों में छुपा अपना व्यथित
चेहरा, बर्फ हो जाते हैं;
           
                   या घड़ियों से,
नज़रें फेर लेना, प्रेम न करती रोशनी , छोटे दिन
कहने के लिए कुछ न बचना; एक गिरजाघर
सांझ के सागर पर जैसे एक भुतहा जहाज़.
 
एक पत्थर से सीखो,
उसकी अर्थहीन दिल जैसी आकृति,
अनवरत ठण्ड से सिद्ध; या उस से बड़े चाँद से,
अडिग हो आकाश में घुलना, या सितारों से,
जो निर्जीव हैं लातिनी क्रियाओं की तरह.

                               नदी से सीखो,
हमेशा कहीं और बहना, उसके नाम का भी,
बदलना, बदलते रहना; रस्सी से सीखो
जो लटकी है टहनी से फंदे की तरह, एक कोसता कौवा,

एक मरे हुए बगुले का शोक मनाती मक्खियों की सभा.
सीखो भौंचक्के बाग़ से, गर्मियों की कब्र,
जहाँ कुछ नहीं उगता, जाल के फटे हुए घूंघट से
किसी बीस्ट* का गुलाब तक नहीं;

                                       हमारी रोज़ की रोटी से:
निरंतर बारिश, आंसुओं जैसी नहीं, जो त्यागती है बादलों का प्रेम;
भाषा से जो त्यागती है प्रेम के प्रेम को; यह बासी हवा भी नहीं करती प्रेम 
अब उन सब जगहों से, जहाँ तुम होते थे.


-- कैरल एन डफ्फी



 कैरल एन डफ्फी ( Carol Ann Duffy )स्कॉट्लैंड की कवयित्री व नाटककार हैं. वे मैनचेस्टर मेट्रोपोलिटन युनिवेर्सिटी में समकालीन कविता की प्रोफ़ेसर हैं. 2009 में वे ब्रिटेन की पोएट लॉरीअट नियुक्त की गईं. वे पहली महिला व पहली स्कॉटिश पोएट लॉरीअट हैं. उनके स्वयं के कई कविता संकलन छ्प चुके हैं. उन्होंने कई कविता संकलनों को सम्पादित भी किया है. अपने लेखन के लिए उन्हें अनेक सम्मान व अवार्ड मिल चुके हैं. सरल भाषा में लिखी उनकी कविताएँ अत्यंत लोकप्रिय हैं व स्कूलों के पाठ्यक्रम का हिस्सा भी हैं. यह कविता उनके 2005 में छपे संकलन ' रैप्चर ' से है, जिसे टी एस एलीअट प्राइज़ मिला था.
इस कविता का मूल अंग्रेजी से हिंदी में अनुवाद -- रीनू तलवाड़  


* 'ब्यूटी एंड द बीस्ट' कथा में बीस्ट गुलाब तोड़ने की सज़ा के रूप में जान मांगता है 

शनिवार, दिसंबर 22, 2012

उनींदेपन का उपचार

पोर्ट्रेट ऑफ़ अ वुमन, अमेदेओ मोदिग्लियानी
Portrait of a Woman, Amedeo Modigliani
पहाड़ से उतरती भेड़ें नहीं
न ही छत में पड़ी दरारें --
गिनों उन्हें जिनसे प्रेम किया है तुमने,
तुम्हारे सपनों के भूतपूर्व किरायेदार
जो तुम्हें सोने नहीं देते थे,
जो कभी तुम्हारी पूरी दुनिया थे,
झुलाया था जिन्होनें तुम्हें अपनी बाहों में,
जिन्होनें तुमसे प्रेम किया था...
सो जाओगी तुम, भोर होने तक,
नयनों में अश्रु लिए.



-- वेरा पाव्लोवा 




 वेरा पाव्लोवा ( Vera Pavlova) रूस की सबसे प्रसिद्द समकालीन कवयित्री हैं. उनका जन्म मॉस्कोमें हुआ था. उन्होंने संगीत की शिक्षा ग्रहण की व संगीत के इतिहास विषय में विशेषज्ञता प्राप्त की. कुछ समय बाद ही उनकी कविताएँ प्रकाशित हुई और उन्होंने अपने साहित्यिक जीवन का आरम्भ किया. उनके 14 कविता-संग्रह प्रकाशित हो चुके हैं व रूस में उनकी किताबें खूब बिकती हैं. उन्होंने चार ओपेरा लिबेरेतोज़ के लिए संगीत लिखा है व कुछ बोल भी. उनकी कविताएँ 18भाषाओँ में अनूदित की गयी हैं. यह कविता उनके अंग्रेजी में अनूदित संकलन 'लेटर्ज़ टू अ रूम नेक्स्ट डोर : 1001 कन्फेशंज़ ऑफ़ लव ' से है.

इस कविता का मूल रशियन से अंग्रेजी में अनुवाद स्टीवन सेमूर ने किया है.
इस कविता का हिंदी में अनुवाद -- रीनू तलवाड़

गुरुवार, दिसंबर 20, 2012

क्या चाह ने तुम्हें सदा विचलित नहीं किया?

गेब्रिएल मुनटः, वैसिली कैनडिनस्की
Gabriele Munter, Wassily Kandinsky 
क्या चाह ने तुम्हें सदा विचलित नहीं किया,
मानो कोई प्रेमी अभी प्रकट होने ही वाला हो?

स्वयं को महसूस करने दो इस चाह को.
वह उनसे जोड़ती है तुम्हें 
जिन्होंने सदियों से गाया है इसे,
और गाया है विशेषतः अनुत्तरित प्रेम.
इस प्राचीनतम दुःख का अंततः
क्या फल नहीं मिलना चाहिए हमें?




-- रायनर मरीया रिल्के 




 रायनर मरीया रिल्के ( Rainer Maria Rilke ) जर्मन भाषा के सब से महत्वपूर्ण कवियों में से एक माने जाते हैं. वे ऑस्ट्रिया के बोहीमिया से थे. उनका बचपन बेहद दुखद था, मगर यूनिवर्सिटी तक आते-आते उन्हें साफ़ हो गया था की वे साहित्य से ही जुड़ेंगे. तब तक उनका पहला कविता संकलन प्रकाशित भी हो चुका था. यूनिवर्सिटी की पढाई बीच में ही छोड़, उन्होंने रूस की एक लम्बी यात्रा का कार्यक्रम बनाया. यह यात्रा उनके साहित्यिक जीवन में मील का पत्थर साबित हुई. रूस में उनकी मुलाक़ात तोल्स्तॉय से हुई व उनके प्रभाव से रिल्के का लेखन और गहन होता गुया. फिर उन्होंने पेरिस में रहने का फैसला किया जहाँ वे मूर्तिकार रोदें के बहुत प्रभावित रहे.यूरोप के देशों में उनकी यात्रायें जारी रहीं मगर पेरिस उनके जीवन का भौगोलिक केंद्र बन गया. पहले विश्व युद्ध के समय उन्हें पेरिस छोड़ना पड़ा, और वे स्विटज़रलैंड में जा कर बस गए, जहाँ कुछ वर्षों बाद ल्यूकीमिया से उनका देहांत हो गया. कविताओं की जो धरोहर वे छोड़ गए हैं, वह अद्भुत है. यह अंश उनकी "दुईनो एलेजीज़ " से है। 

इस कविता का जर्मन से अंग्रेजी में अनुवाद जोआना मेसी व अनीता बैरोज़ ने किया है. 
इस कविता का हिंदी में अनुवाद -- रीनू तलवाड़