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ऐज ऑफ़ वुड, स्प्रिंगटाइम , जोर्ज सरा
Edge of Wood, Springtime, Georges Seurat |
वसंत उजड़ा हुआ है.
मखमली काली खाई
बिना कुछ सोचे
रेंग रही है मेरे साथ-साथ.
दमकते दिख रहे हैं
तो केवल पीले फूल.
अपनी छाया में
ऐसे ले जाया जा रहा हूँ मैं
जैसे अपने काले डिब्बे में
होता है वायलिन.
जो एक बात मैं कहना चाहता हूँ
ऐसे चमकती है पहुँच से दूर
जैसे लाला के यहाँ
गिरवी रखी चांदी.
-- तोमास त्रांसत्रोमर
तोमास त्रांसत्रोमर ( Tomas Tranströmer )स्वीडन के लेखक, कवि व अनुवादक हैं जिनकी कविताएँ न केवल स्वीडन में, बल्कि दुनिया भर में सराही गयीं हैं. उन्हें 2011 का नोबेल पुरुस्कार प्राप्त हुआ है. उन्होंने 13 वर्ष की आयु से ही लिखना शुरू कर दिया था. उनके 12 से अधिक कविता संकलन प्रकाशित हो चुके हैं व उनकी कविताएँ लगभग 50 भाषाओँ में अनूदित की गईं हैं. उन्हें अपने लेखन के लिए अनेक सम्मान प्राप्त हुए है जिनमे इंटरनैशनल पोएट्री फोरम का स्वीडिश अवार्ड भी शामिल है. वे नोबेल प्राइज़ के लिए कई वर्षों से नामित किये जा रहे थे. लेखन के इलावा वे जाने-माने मनोवैज्ञानिक भी थे, जो कार्य उन्हें स्ट्रोक होने के बाद छोड़ना पड़ा. उनका एक हाथ अभी भी नहीं चलता है, मगर दूसरे हाथ से वे अब भी लिखते हैं. यह कविता उनके संकलन ' द सैड गोंडोला' से है.
इस कविता का मूल स्वीडिश से अंग्रेजी में अनुवाद उनके कवि रोबेर्ट फुल्टन ने किया है.
इस कविता का हिंदी में अनुवाद -- रीनू तलवाड़