वुमन इन एन ऑर्चर्ड, स्प्रिंग सनशाइन इन अ फील्ड, कामिल पिस्सारो Woman in an Orchard, Sunshine in a Field, Camille Pissarro |
मैंने अपने सामने देखा
मैंने भीड़ में तुम्हें देखा
मैंने गेहूँ की फसलों में तुम्हें देखा
मैंने पेड़ के नीचे तुम्हें देखा
अपनी सभी यात्राओं के अंत में
अपनी हर पीड़ा के तल में
अपनी हंसी के हर मोड़ पर
पानी में से और आग में से निकलते
गर्मियों में, सर्दियों में मैंने तुम्हें देखा
अपने घर में मैंने तुम्हें देखा
अपनी बाहों में मैंने तुम्हें देखा
अपने सपनों में मैंने तुम्हें देखा.
अब कभी तुम से दूर नहीं जाऊँगा.
--पॉल एलुआर
पॉल एलुआर फ़्रांसिसी कवि थे व स्यूरेअलीज्म के संस्थापकों में से एक थे. 16 साल की आयु में जब उन्हें टी.बी होने पर स्विटज़र्लैंड के एक सैनिटोरियम में स्वास्थ्य लाभ के लिए भेजा गया, उस समय उनका कविता में रुझान हुआ. उनका पहला कविता संकलन उनके युद्ध में हुए अनुभवों के बाद लिखा गया. उनकी लगभग 70 किताबे प्रकाशित हुई जिनमे, कविता संग्रह व उनके साहित्यिक और राजनैतिक विचार भी हैं.
इस कविता का मूल फ्रेंच से हिंदी में अनुवाद -- रीनू तलवाड़