क्रिएशन ऑफ़ द वर्ल्ड. मिकलोजुस चिर्लोनिअस Creation of the World, Mikalojus Ciurlionis |
झंकृत हुआ है फिर से वह एक स्वर
लालसा की तार से
जो सहसा तानी गयी है दोनों सिरों से
और कसी गयी है बजाने के लिए
वह ध्वनि जो नोची गयी है
एक पंछी के गीत से भले ही वह पंछी
अब तक शायद वहाँ हो
जहाँ कोई पुकार नहीं कर सकती
उसका पीछा
और वह एक स्वर पुकारता रहता है
अंतरिक्ष के भी पार और अब सुनाई देता है
प्राचीन रात में और वहां जाना जाता है
जिस मौन को वह पुकारता है उसके द्वारा
एक मौन पहचाना जाता है
-- डब्ल्यू एस मर्विन
डब्ल्यू एस मर्विन ( W S Merwin )अमरीकी कवि हैं व इन दिनों अमरीका के पोएट लॉरीअट भी हैं.उनकी कविताओं, अनुवादों व लेखों के 30 से अधिक संकलन प्रकाशित हो चुके हैं .उन्होंने दूसरी भाषाओँ के प्रमुख कवियों के संकलन, अंग्रेजी में खूब अनूदित किये हैं, व अपनी कविताओं का भी स्वयं ही दूसरी भाषाओँ में अनुवाद किया है.अपनी कविताओं के लिए उन्हें अन्य सम्मानों सहित पुलित्ज़र प्राइज़ भी मिल चुका है.वे अधिकतर बिना विराम आदि चिन्हों के मुक्त छंद में कविता लिखते हैं.यह कविता उनके संकलन 'द शैडो ऑफ़ सिरिअस ' से है.
इस कविता का मूल अंग्रेजी से हिंदी में अनुवाद -- रीनू तलवाड़