ट्रीज़ एंड अंडरग्रोथ 2, विन्सेंट वान गोग Trees And Undergrowth 2, Vincent Van Gogh |
नहीं है
पेड़ों के बीच कोई भी
और मैं
न जाने मैं कहाँ चला गया हूँ
-- ओक्तावियो पास
इस कविता का मूल स्पेनिश से अंग्रेजी में अनुवाद एलियट वाइनबर्गर ने किया है.
इस कविता का हिंदी में अनुवाद -- रीनू तलवाड़