द ब्लू फेस, मार्क शगाल The Blue Face, Marc Chagall |
मेरा अर्थ रोज़मर्रा के जीवन से है.
थकान एक औरत है और है एक आदमी.
थकान एक कुर्सी है या है एक कैफे.
थकान छाया और अँधेरा है. वह चाँद और सूरज भी है.
ये जो दिन हैं, ये थकान के दिन,
इनकी अपनी किताबें हैं, हर कदम एक शब्द.
और शब्दों का अंत नहीं होता.
एक और चेहरा / जुड़ने, टूट के अलग होने का मिश्रण,
जुड़ना एक वृत्तीय गति में जो कभी नहीं थमती.
और हर चेहरा अकेला होता है
तब भी जब वह किसी और को गले से लगाता है.
एक और चेहरा / अनंतर उपस्थिति
जो उठती है कविता तक, स्वप्न तक.
तुम इस यथार्थ को गले से लगाना चाहते हो,
उसमें बसना चाहते हो, क्योंकि बनाव वही है,
क्योंकि फैलाव वही है,
मगर हर कदम की अपनी लय व अपना क्षितिज है.
एक और चेहरा / अलगाव और मिलन,
उपस्थिति और अनुपस्थिति के बीच का विवाद.
तो फिर जब तुम हमीदिया सूक में चलते हो
तो ऐसा होता है जैसे कि तुम चीज़ों को देखते हो
और चीज़ों को नहीं देखते हो,
जैसे कि जो तुम देख रहे हो
उस में तुम वह खोज रहे हो जो तुम नहीं देख रहे.
-- अदुनिस
अली अहमद सईद अस्बार ( Ali Ahmed Said Asbar ), जो 'अदुनिस' ( Adonis )के नाम से लिखते हैं, सिरिया के प्रसिद्ध कवि व लेखक हैं. वे आधुनिक अरबी कविता के पथप्रदर्शक हैं, जिन्होंने पुरानी मान्यताओं से विद्रोह कर कविता के अपने ही नियम बनाये हैं. अब तक अरबी में उनकी 20से अधिक किताबें प्रकाशित हो चुकी हैं. उनके अनेक कविता संग्रह अंग्रेजी में अनूदित किये जा चुके हैं. अभी हाल-फिलहाल में, अगस्त माह के आखिरी सप्ताह में ही उन्हें 2011 के गेटे ( Goethe) पुरुस्कार से सम्मानित किया गया. उन्हें जल्द ही नोबेल प्राइज़ भी मिलेगा , साहित्य जगत में इसकी उम्मीद व अटकलें खूब हैं, वे कई बार नामित भी किये गए हैं. यह कविता उनके 2003 के संकलन 'प्रिंटर ऑफ़ द प्लेनेट्स बुक्स'से है.
इस कविता का मूल अरबी से अंग्रेजी में अनुवाद खालेद मत्तावा ने किया है.
इस कविता का हिन्दी में अनुवाद -- रीनू तलवाड़