बुधवार, अक्तूबर 26, 2011

सम्मोहित रोशनी का गीत

ओलिव ट्री वुड इन द मोरेनो गार्डन, क्लौद मोने
Olive Tree Wood In The Moreno Garden, Claude Monet

पेड़ों के तले रोशनी 
आकाश के शिखर से गिर चुकी है,
शाखाओं की 
एक हरी जाली-सी
रोशनी, 
हर पत्ते पर 
चमकती हुई, 
स्वच्छ श्वेत रेत-सी 
नीचे की ओर बहती हुई.

एक झींगुर का गीत
खाली हवा को 
ऊपर तक चीर आता है.

दुनिया एक 
पानी से भरा पात्र है
जो छलकता जाता है.



-- पाब्लो नेरुदा 




पाब्लो नेरुदा ( Pablo Neruda ) को कौन नहीं जानता. वे चिली के कवि थे.कोलंबिया के महान उपन्यासकार गेब्रिअल गार्सिया मार्केज़ ने उन्हें ' 20 वीं सदी का, दुनिया की सभी भाषाओँ में से सबसे बेहतरीन कवि ' कहा है. 10वर्ष की आयु में उन्होंने कविताएँ लिखनी शुरू की. 19वर्ष की आयु में उनका पहला संकलन 'क्रेपेस्क्युलारियो ' प्रकाशित हुआ और उसके बाद उनकी प्रसिद्द प्रेम कविताएँ ' ट्वेंटी पोएम्ज़ ऑफ़ लव एंड अ सोंग ऑफ़ डेसपैर '. दोनों संकलन खूब सराहे गए और दूसरी भाषाओँ में अनूदित लिए गए. उनकी प्रेम कविताओं की तो सहस्रों प्रतियाँ आज तक बिक चुकी है. उनके पूरे लेखन काल में उनकी 50से अधिक पुस्तकें प्रकाशित हुई और अनेक भाषाओँ में असंख्य अनुवाद हुए. 1971में उन्हें नोबेल प्राइज़ भी प्राप्त हुआ.
इस कविता का मूल स्पेनिश से अंग्रेजी में अनुवाद मार्क स्ट्रैंड ने 'फोर्टीन अदर वेज़ ऑफ़ लुकिंग एट पाब्लो नेरुदा' में किया है.
इस कविता का हिंदी में अनुवाद -- रीनू तलवाड़