बुधवार, अप्रैल 10, 2013

कविता आरम्भ करना

द डेन, रॉय लिचटेनष्टाइन
The Den, Roy Lichtenstein

तुम अकेले हो. फिर दस्तक होती है 
द्वार पर. वह एक शब्द है. तुम
अन्दर लाते हो उसे. कुछ समय तक
सब ठीक चलता है. मगर इस शब्द के 

रिश्तेदार भी हैं. जल्दी ही
वे आ धमकते हैं. उनमें से
कोई काम नहीं करता.
वे ज़मीन पर सोते हैं और चुरा लेते हैं
तुम्हारे टेनिस के जूते.

तुम्हीं ने शुरू किया था न ये सब. जो जैसा
था उसे वैसा छोड़ देने में तुम्हें ही चैन नहीं
पड़ता था. अब तुम्हारे कमरे का बुरा हाल है,
और रिमोट जाने कहाँ गायब हो गया है. 

शादीशुदा होना भी कुछ
ऐसा ही है. तुम्हें केवल अपनी
पत्नी ही नहीं मिलती, बल्कि
मिलता है उसके परिवार का पागलपन भी. 

अब देखो तो ज़रा कि क्या हुआ है?
तुम्हारी गाड़ी कहाँ है? तुम्हें
नहीं मिल पाएँगी चाबियाँ
अब एक हफ्ते तक.


-- रोबर्ट ब्लाए



 रोबर्ट ब्लाए ( Robert Bly ) अमरीकी कवि,लेखक व अनुवादक हैं. 36 वर्ष की आयु में उनका पहला कविता संकलन प्रकाशित हुआ, मगर उस से पहले साहित्य पढ़ते समय उन्हें फुलब्राईट स्कॉलरशिप मिला और वे नोर्वे जाकर वहां के कवियों की कविताओं का अनुवाद अंग्रेजी में करने लगे. वहीं पर वे दूसरी भाषाओँ के अच्छे कवियों से दो-चार हुए - नेरुदा, अंतोनियो मचादो, रूमी, हाफिज़, कबीर, मीराबाई इत्यादि. अमरीका में लोग इन कवियों को नहीं जानते थे. उनके अनेक कविता संग्रह प्रकाशित हुए और उन्होंने खूब अनुवाद भी किया है. अमरीका के वे लोकप्रिय कवि हैं और यूनिवर्सिटी ऑफ़ मिनेसोटा में उनके लिखे 80,000 पन्नों की आर्काइव है, जो उनका लगभग पचास वर्षों का काम है. यह कविता उनके संकलन 'ईटिंग द हनी ऑफ़ वर्डज़ ' से है.


इस कविता का मूल अंग्रेजी से हिंदी में अनुवाद -- रीनू तलवाड़