ब्लोस्मिंग अकेशा ब्रान्चिज़, विन्सेंट वान गोग Blossoming Acacia Branches, Vincent Van Gogh |
कई साल पहले ऐसे ही घूमते-घूमते
फूलते अकेशा पेड़ों से भरी एक सड़क पर
हर खबर रखने वाले एक दोस्त से
पता चला था मुझे
कि हाल ही में तुम्हारी शादी हो गई है.
मैंने उससे कहा कि सचमुच
मेरा इस बात से कोई लेना-देना नहीं है.
मैंने तुम्हें कभी प्यार नहीं किया था
-- यह तुम मुझ से बेहतर जानती हो --
फिर भी जब कभी
अकेशा के फूल खिलते हैं
-- विश्वास कर पाओगी ? --
मुझे एकदम वैसा ही लगता है
जैसा तब लगा था
जब उन्होंने सीधा आघात किया था मुझ पर
उस दिल तोड़ने वाली खबर के साथ
कि तुम्हारी शादी किसी और से हो गयी है.
-- नीकानोर पार्रा
नीकानोर पार्रा ( Nicanor Parra ) न सिर्फ चिली के सब से लोकप्रिय कवि माने जाते हैं, बल्कि पूरे लातिनी अमरीका में उनका प्रभाव है, और स्पेनिश के महत्वपूर्ण कवियों में उन्हें गिना जाता है. वे स्वयं को विरोधी कवि ( antipoet ) कहते हैं क्योंकि वे कविता की सामान्य परम्पराओं का विरोध करते हैं. अक्सर कविता-पाठ के बाद वे कहा करते थे -- मैं अपना कहा वापिस लेता हूँ. लातिन अमरीकी साहित्य की परिष्कृत भाषा छोड़ उन्होंने एक ठेठ स्वर अपनाया. उनका पहला कविता संकलन "पोएम्ज़ एंड ऐंटीपोएम्ज़ " न केवल स्पेनिश कविता का प्रभावी संग्रह है बल्कि लातिन अमरीकी साहित्य का महत्त्वपूर्ण मीलपत्थर भी है.
उनकी कविताएँ ऐलन गिन्ज़बर्ग जैसे अमरीकी बीट कवियों की प्रेरणा बनी. वे कई बार नोबेल प्राइज़ के लिए नामित किए गए हैं. 2011 में उन्हें स्पेनिश भाषा एवं साहित्य का उच्चतम पुरुस्कार 'सेर्वौंत प्राइज़' प्राप्त हुआ. इस कविता का मूल स्पेनिश से अंग्रेजी में अनुवाद डेविड अंगर ने किया है.
इस कविता का हिंदी में अनुवाद -- रीनू तलवाड़
फिर भी जब कभी अकेशा के फूल खिलते हैं ......
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