रविवार, मार्च 04, 2012

तुम्हारे लिए, प्रिय

फ्लार मार्केट मादेलेन, ओन्तोआन ब्लाँशार
Flower Market Madeleine, Antoine Blanchard
मैं पंछियों के बाज़ार गया
और मैंने पंछी लिए
तुम्हारे लिए
प्रिय
मैं फूलों  के बाज़ार गया 
और मैंने फूल लिए
तुम्हारे लिए
प्रिय
मैं लुहारों के बाज़ार गया
और मैंने बेड़ियाँ लीं
भारी-भरकम बेड़ियाँ
तुम्हारे लिए
प्रिय
और फिर मैं दासों के बाज़ार गया
और मैंने तुम्हे बहुत ढूँढा
पर तुम मुझे नहीं मिली

प्रिय

-- याक प्रेवेर


याक प्रेवेर  ( Jacques Prévert )फ़्रांसिसी कवि व पटकथा लेखक थे. अत्यंत सरल भाषा में लिखी उनकी कविताओं ने उन्हें फ्रांस का, विक्टर ह्यूगो के बाद का, सबसे लोकप्रिय कवि बना दिया. उनकी कविताएँ अक्सर पेरिस के जीवन या द्वितीय विश्व युद्ध के बाद के जीवन के बारे में हैं. उनकी अनेक कविताएँ  स्कूलों के पाठ्यक्रम का हिस्सा हैं व प्रसिद्ध गायकों द्वारा गायी गयी  हैं. उनकी लिखी पटकथाओं व नाटकों को भी खूब सराहा गया है. उनकी यह कविता उनके सबसे प्रसिद्द कविता संग्रह 'पारोल' से है.
इस कविता का मूल फ्रेंच से हिंदी में अनुवाद -- रीनू  तलवाड़ 

3 टिप्‍पणियां:

  1. adbhut rachna hai ye. itni sachchai, sahaj aur gehri -- adbhut bhav hain.

    dhanyavaad is chunaav aur is saral anuvaad ke liye bhi. chitro'n ke chunav to khoob hote hi hain...

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  2. बहुत मारक व्यंग..............आभार रीनू जी ! सुन्दर अनुवाद और प्रस्तुति के लिए !

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  3. मिलतीं कैसे प्रिय, तुम तो स्वंयम दास बन चुकी थीं.और मैंने तुम्हें चहारदीवारी में बंद कर रखा है.
    सहज किन्तु मारक!
    बेहतरीन अनुवाद .सहज संप्रेषणीय!

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