वुमन राइटिंग, एदुआर माने Woman Writing, Edouard Manet |
किनारे से ज़रा-सी कट गयी
मेरी हथेली.
कटे की लकीर से बढ़ गयी
लगभग एक-चौथाई
मेरी जीवन-रेखा.
-- वेरा पाव्लोवा
वेरा पाव्लोवा ( Vera Pavlova ) रूस की सबसे प्रसिद्द समकालीन कवयित्री हैं. उनका जन्म मॉस्कोमें हुआ था. उन्होंने संगीत की शिक्षा ग्रहण की व संगीत के इतिहास विषय में विशेषज्ञता प्राप्त की. कुछ समय बाद ही उनकी कविताएँ प्रकाशित हुई और उन्होंने अपने साहित्यिक जीवन का आरम्भ किया. उनके 14 कविता-संग्रह प्रकाशित हो चुके हैं व रूस में उनकी किताबें खूब बिकती हैं. उन्होंने चार ओपेरा लिबेरेतोज़ के लिए संगीत लिखा है व कुछ बोल भी. उनकी कविताएँ 18भाषाओँ में अनूदित की गयी हैं. यह कविता उनके अंग्रेजी में अनूदित संकलन 'इफ देयर इज़ समथिंग टू डिजायर: वन हंड्रेड पोएम्ज़ ' से है.
इस कविता का मूल रशियन से अंग्रेजी में अनुवाद स्टीवन सेमूर ने किया है.
इस कविता का हिंदी में अनुवाद -- रीनू तलवाड़
गजब -
जवाब देंहटाएंबधाइयां
काटे कागद कोर ने, कवि के कितने अंग ।
कविता कर कर कवि भरे, कोरे कागज़ रंग
कोरे कागज़ रंग, रोज ही लगे खरोंचे ।
दिल दिमाग बदहाल, याद बामांगी नोचे ।
रविकर दायाँ हाथ, एक दिन गम जब बांटे ।
जीवन रेखा छोट, कोर कागज़ की काटे ।।
वाह...
जवाब देंहटाएंलाजवाब!!!
अनु
बहुत बढ़िया !
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