शुक्रवार, अक्टूबर 14, 2011

एक चेहरे में झांकना

द रेड हेड, अमेदेओ मोदिग्लियानी
The Red Head,  Amedeo Modigliani 



संवाद हमें कितने पास ले आता है!
खोल देता है देह की लहरें 
ले आता है मछलियों को ऊपर, धूप के पास 
और तन जाती है सागर की रीढ़!

मैं घंटों तक एक चेहरे में भटका हूँ.
अँधेरी ज्वालाओं में से गुज़र 
पहुंचा हूँ 
अब तक अजन्मी एक देह तक 
मैं एक तेज की तरह हूँ उस देह के आस-पास 
जिसमे में से वह चाँद की तरह फिसलती है. 




--- रोबर्ट ब्लाए 



 रोबर्ट ब्लाए ( Robert Bly ) अमरीकी कवि,लेखक व अनुवादक हैं. 36 वर्ष की आयु में उनका पहला कविता संकलन प्रकाशित हुआ, मगर उस से पहले साहित्य पढ़ते समय उन्हें फुलब्राईट स्कॉलरशिप मिला और वे नोर्वे जाकर वहां के कवियों की कविताओं का अनुवाद अंग्रेजी में करने लगे. वहीं पर वे दूसरी भाषाओँ के अच्छे कवियों से दो-चार हुए - नेरुदा, अंतोनियो मचादो, रूमी, हाफिज़, कबीर, मीराबाई इत्यादि. अमरीका में लोग इन कवियों को नहीं जानते थे. उनके अनेक कविता संग्रह प्रकाशित हुए और उन्होंने खूब अनुवाद भी किया है. अमरीका के वे लोकप्रिय कवि हैं और यूनिवर्सिटी ऑफ़ मिनेसोटा में उनके लिखे 80,000 पन्नों की आर्काइव है, जो उनका लगभग पचास वर्षों का काम है.

इस कविता का मूल अंग्रेजी से हिंदी में अनुवाद -- रीनू तलवाड़

1 टिप्पणी:

  1. गज़ब......एक विलक्षण अनुभूति को शब्दबद्ध करती है राबर्ट ब्लोये की अद्भुत रचना ! सुन्दर अनुवाद एवं प्रस्तुति के लिए आभार !

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