बूलेवार मोंमार्त्र, स्प्रिंग रेन, कामील पिस्सार्रो Boulevard Montmartre, Spring Rain, Camille Pissarro |
कि जाने की कोई भी जगह नहीं है फिर भी
मैं पांच मिनट में गायब हो जाऊँगा?
बारिश अभी भी
सड़क पर पानी की चादरें बिछा रही है
कहीं पर कोई आश्रय नहीं है, फिर भी?
शहर के कॉफ़ी-बार करते हैं
ऊब को परिभाषित,
यूँ अकेला मैं किस ओर निकल जाऊं?
जब तुम समुद्र हो
तुम्हीं हो पाल
और तुम ही यात्रा
क्या ऐसा हो सकता है कि
जब तक बारिश न रुक जाए
मैं दस मिनट के लिए और रुक जाऊं?निश्चित है कि मैं चला ही जाऊंगा
बादलों के आगे बढ़ जाने के बाद
और हवाओं के थम जाने के बाद
नहीं तो, सुबह तक मैं रहूँगा
तुम्हारा मेहमान
-- निज़ार क़ब्बानी
निज़ार क़ब्बानी ( Nizar Qabbani )सिरिया से हैं व अरबी भाषा के कवियों में उनका विशिष्ट स्थान है. उनकी सीधी सहज कविताएँ अधिकतर प्यार के बारे में हैं. जब उनसे पूछा गया कि क्या वे क्रन्तिकारी हैं, तो उन्होंने कहा -- अरबी दुनिया में प्यार नज़रबंद है, मैं उसे आज़ाद करना चाहता हूँ. उन्होंने 16 वर्ष की आयु से कविताएँ लिखनी शुरू कर दी थीं, और उनके 50 से अधिक कविता-संग्रह प्रकाशित हो चुके हैं. उनकी कविताओं को कई प्रसिद्ध अरबी गायकों ने गया है, जिन में मिस्र की बेहतरीन गायिका उम्म कुल्थुम भी हैं, जिनके गीत सुनने के लिए लोग उमड़ पड़ते थे.
इस कविता का मूल अरबी से अंग्रेजी में अनुवाद लेना जाय्युसी और जेरेमी रीड ने किया है.
इस कविता का हिंदी में अनुवाद -- रीनू तलवाड़
निजार कब्बानी के लेखन तो दीवाना करता ही है...
जवाब देंहटाएंआपके अनुवाद भी लाजवाब.
अनु