ब्लैक ऑन ब्लैक, एल्सवर्थ केली Black on Black, Ellsworth Kelly |
का हमसे कुछ लेना-देना नहीं है. हमारे पास
नहीं है कोई कारण मृत्यु को अपनी प्रशंसा,
प्रेम या घृणा दिखाने का; उसका झूठे दुःखद
शोक का मुखौटा हमारे भीतर एक भ्रान्ति
उत्पन्न करता है. जो हम निभाते हैं उन
भूमिकाओं से दुनिया का मंच अभी भी
खचाखच भरा है. जब हम चिंता करते हैं
कि हमारा अभिनय पसंद आ रहा है या नहीं,
मृत्यु भी अभिनय करती है,
हालाँकि उसके लिए तालियाँ नहीं बजतीं.
मगर जिस पल हमें छोड़ के गए तुम, इस मंच
पर वास्तविकता की एक झलक प्रकट हुई, जो
झलकी उस छोटे-से द्वार से जिसमें से तुम गायब हो
गए: एक हरे, सदाबहार, धूप में नहाए असली जंगल-सी.
अभी भी, चिंतित, हम अभिनय जारी रखते हैं, बोलते हैं
संवाद अपनी कठिन भूमिकाओं के और साथ में करते हैं
प्रदर्शित उपयुक्त अपेक्षित भाव भंगिमाएँ. मगर तुम्हारी उपस्थिति
जो हमारे मध्य से और हमारे नाटक से अचानक ही हटा ली गई
कभी-कभी उस दूसरी वास्तविकता के बोध से हमें अभिभूत
कर जाती है: तुम्हारी, कि हम इतने विह्वल हो जाते हैं कि,
प्रशंसा की इच्छा को पूर्णतया भूलकर, भूमिका की जगह
मंचन करने लगते हैं अपने वास्तविक जीवन का.
-- रायनर मरीया रिल्के
रायनर मरीया रिल्के ( Rainer Maria Rilke ) जर्मन भाषा के सब से महत्वपूर्ण कवियों में से एक माने जाते हैं. वे ऑस्ट्रिया के बोहीमिया से थे. उनका बचपन बेहद दुखद था, मगर यूनिवर्सिटी तक आते-आते उन्हें साफ़ हो गया था की वे साहित्य से ही जुड़ेंगे. तब तक उनका पहला कविता संकलन प्रकाशित भी हो चुका था. यूनिवर्सिटी की पढाई बीच में ही छोड़, उन्होंने रूस की एक लम्बी यात्रा का कार्यक्रम बनाया. यह यात्रा उनके साहित्यिक जीवन में मील का पत्थर साबित हुई. रूस में उनकी मुलाक़ात तोल्स्तॉय से हुई व उनके प्रभाव से रिल्के का लेखन और गहन होता गुया. फिर उन्होंने पेरिस में रहने का फैसला किया जहाँ वे मूर्तिकार रोदें के बहुत प्रभावित रहे.यूरोप के देशों में उनकी यात्रायें जारी रहीं मगर पेरिस उनके जीवन का भौगोलिक केंद्र बन गया. पहले विश्व युद्ध के समय उन्हें पेरिस छोड़ना पड़ा, और वे स्विटज़रलैंड में जा कर बस गए, जहाँ कुछ वर्षों बाद ल्यूकीमिया से उनका देहांत हो गया. कविताओं की जो धरोहर वे छोड़ गए हैं, वह अद्भुत है. यह कविता उनके संकलन 'अनकलेकटिड पोएम्ज़' से है.
इस कविता का जर्मन से अंग्रेजी में अनुवाद जोआना मेसी व अनीता बैरोज़ ने किया है.
इस कविता का हिंदी में अनुवाद -- रीनू तलवाड़
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